कोलकाता.
महानगर में पिछले साल की तुलना में इस बार डेंगू व मलेरिया के मामलों में काफी गिरावट देखी जा रही है. दोनों ही मच्छर जनित बीमारियां नियंत्रित नजर आ रही हैं. केएमसीके आंकड़ों के अनुसार, 25 अगस्त तक डेंगू के 312 और मलेरिया के 1778 मामले सामने आ चुके हैं. इसी दौरान पिछले साल डेंगू से 1407 और 3883 लोग मलेरिया के शिकार हुए थे. पिछले साल की तुलना में इस बार डेंगू के मामले में 77.83 और मलेरिया के मामले में 54.26 फीसदी की गिरावट है. इस साल डेंगू-मलेरिया अब तक नियंत्रित दिख रही है. पर दुर्गापूजा की वजह से महानगर में डेंगू व मलेरिया के मामले बढ़ सकते हैं. इस वजह से इस बार भी निगम के स्वास्थ्यकर्मियों को दुर्गापूजा की छुट्टी नहीं मिलेगी. दुर्गापूजा के दौरान निगम के सभी 144 स्वास्थ्य केंद्र और 15 डेंगू डिटेक्शन सेंटर खुले रहेंगे. यह जानकारी कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम ने दी. वह शनिवार को निगम मुख्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे. संवाददाता सम्मेलन में निगम के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सुब्रत राय चौधरी भी मौजूद थे. डॉ राय चौधरी ने बताया कि महानगर में दुर्गापूजा के कारण जगह-जगह पंडाल बनाये जाते हैं. ऐसे में बांस की ऊपरी गांठ या पंडाल के नीचे बारिश का पानी जमने से डेंगू वाले मच्छर पनप जाते हैं. इस वजह से पूजा के दौरान डेंगू का प्रकोप बढ़ सकता है. इस आशंका को ध्यान में रखते हुए मेयर ने पूजा के दौरान निगम के स्वास्थ्य केंद्रों को खुला रखने का निर्देश दिया है. बता दें कि पिछले साल भी निगम के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को पूजा के दौरान खुला रखा गया था. इसके साथ ही निगम के स्वास्थ्यकर्मियों की भी छुट्टी रद्द कर दी गयी थी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है