मानसरोवर की यात्रा के लिए 22 फरवरी से ऑनलाइन आवेदन शुरू
कोलकाता: 50 भारतीय तीर्थयात्रियों का पहला जत्था तिब्बती स्वायत्त क्षेत्र स्थित कैलास मानसरोवर यात्रा के लिए सिक्किम में नाथूला दर्रा के नए रास्ते से 21 जून को गुजरेगा. सिक्किम के पर्यटन और नागरिक उड्डयन सचिव सी जांगपो ने कहा कि पूर्वी सिक्किम में भारत-चीन सीमा पर स्थित 14400 फुट ऊंचे नाथूला दर्रे को संभवत: 20 […]
कोलकाता: 50 भारतीय तीर्थयात्रियों का पहला जत्था तिब्बती स्वायत्त क्षेत्र स्थित कैलास मानसरोवर यात्रा के लिए सिक्किम में नाथूला दर्रा के नए रास्ते से 21 जून को गुजरेगा. सिक्किम के पर्यटन और नागरिक उड्डयन सचिव सी जांगपो ने कहा कि पूर्वी सिक्किम में भारत-चीन सीमा पर स्थित 14400 फुट ऊंचे नाथूला दर्रे को संभवत: 20 जून को कैलास मानसरोवर यात्रा के लिए औपचारिक तौर पर खोला जायेगा और तीर्थयात्रियों को इससे होकर एक दिन बाद जाने की अनुमति दी जायेगी. उन्होंने कहा कि 50 तीर्थयात्रियों के पहले जत्थे के साथ पांच सपोर्ट स्टाफ और एक जनसंपर्क अधिकारी रहेगा. इस वैकल्पिक मार्ग के लिए चीजें काफी तेज रफ्तार से आगे बढ़ी हैं. केंद्र और सिक्किम सरकार दोनों तीर्थयात्रियों को नियंत्रित करने के लिए तैयार हैं. राज्य के मुख्य सचिव आर ओंगमू की अध्यक्षता में हाल में गंगटोक में हुई बैठक में तारीखों को अंतिम रूप दिया गया. पर्यटन अधिकारियों ने कहा कि तीर्थ यात्रा के लिए ऑनलाइन आवेदन 22 फरवरी से विदेश मंत्रालय की वेबसाइट के जरिए होगी. सिक्किम पर्यटन विकास निगम (एसटीडीसी ) को राज्य के भीतर यात्रा कराने और समन्वय करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है. अधिकारियों ने कहा कि चीन अपनी तरफ तीर्थयात्रियों का मार्गदर्शन करेगा. वाहन से आवाजाही करने योग्य होने के कारण नाथूला मार्ग को नेपाल और उत्तराखंड होकर जाने वाले मौजूदा मार्ग की तुलना में आसान माना जा रहा है.