ममता ने मुकुल को फोन किया, आपसी चर्चा के मुद्दों पर दोनों ने साधी चुप्पी
कोलकाता : तृणमूल कांग्रेस के महासचिव मुकुल रॉय के नया राजनीतिक संगठन बनाने की खबरों के बीच पार्टी प्रमुख ममता बनर्जी ने आज रॉय को फोन किया. लेकिन यह तुरंत पता नहीं चल पाया है कि किस मुद्दे पर वार्ता हुई. दोनों के बीच बाचतीत कुछ मिनट तक चली और दोनों नेता जिन मुद्दों पर […]
कोलकाता : तृणमूल कांग्रेस के महासचिव मुकुल रॉय के नया राजनीतिक संगठन बनाने की खबरों के बीच पार्टी प्रमुख ममता बनर्जी ने आज रॉय को फोन किया. लेकिन यह तुरंत पता नहीं चल पाया है कि किस मुद्दे पर वार्ता हुई. दोनों के बीच बाचतीत कुछ मिनट तक चली और दोनों नेता जिन मुद्दों पर चर्चा हुई उसको लेकर चुप रहे.ममता ने कल सांगठनिक फेरबदल में रॉय को हाशिए पर रखा. यह पूछने पर कि क्या ममता ने उन्हें फोन किया था तो रॉय ने इस पर जवाब देने से इंकार करते हुए कहा, ‘‘अगर आपके कार्यालय का बॉस फोन करता है तो आपको बात करनी होती है. कई मुद्दे हो सकते हैं जिस पर आपका बॉस करना चाहता हो.’’
संवाददाताओं ने जब उनसे पूछा कि क्या वह पार्टी छोडने की योजना बना रहे हैं तो रॉय ने कहा, ‘‘इसमें कोई सच्चाई नहीं है. केवल वक्त बताएगा कि आगे क्या होगा.’’ इससे पहले उन्होंने पार्टी छोडने और दूसरी पार्टी बनाने के कयास पर टिप्पणी करने से इंकार कर दिया था और इस बारे में खबरों को खारिज कर दिया. सारदा घोटाले को लेकर सीबीआई के जांच के दायरे में चल रहे तृणमूल कांग्रेस के सांसद ने कहा, ‘‘मैं उन मामलों पर टिप्पणी नहीं करना चाहता जिनमें कोई सच्चाई नहीं है.’’
रॉय ने निजाम पैलेस में मिलने आए तृणमूल कांग्रेस के सैकडों कार्यकर्ताओं से मुलाकात की. निजाम पैलेस महानगर में केंद्र सरकार का हॉस्टल है जहां फिलहाल वह रह रहे हैं. कुछ महीने पहले तक उनका मुख्य कार्यालय तृणमूल भवन में था. ‘मुकुल रॉय जिंदाबाद’ और ‘मुकुल दा हम आपके साथ हैं’ जैसे नारों के बीच रॉय कम से कम तीन बार अपने फ्लैट से बाहर निकले और अपने समर्थकों से नारेबाजी नहीं करने का आग्रह किया क्योंकि यह केंद्र सरकार का हास्टल है. उन्होंने कहा, ‘‘मैं काफी खुश हूं कि मुङो कई लोगों का आशीर्वाद प्राप्त है. वास्तव में मैं खुश हूं.’’ पार्टी में दूसरे नंबर का नेता माने जाने वाले और ममता के विश्वस्त रॉय ने कल मुख्यमंत्री के आवास पर आयोजित पार्टी की उच्चस्तरीय बैठक में हिस्सा नहीं लिया. आगामी निकाय चुनावों की तैयारियों पर चर्चा के लिए बैठक का आयोजन किया गया था.