सारधा रियल्टी मामला: 21 को सप्लीमेंटरी चार्जशीट पेश कर सकती है सीबीआइ
-17 नवंबर को पहली चार्जशीट सीबीआइ ने अदालत में किया था पेश-सप्लीमेंटरी चार्जशीट में मदन मित्रा, सृंजय बोस, नरेश भलोटिया व कुणाल घोष का रह सकता है नाम-मतंग सिंह का इस चार्जशीट में नाम नहीं होने का सीबीआइ सूत्रों से मिली जानकारीकोलकाता. सारधा रियल्टी मामले में 21 फरवरी को सीबीआइ की तरफ से सप्लीमेंटरी चार्जशीट […]
-17 नवंबर को पहली चार्जशीट सीबीआइ ने अदालत में किया था पेश-सप्लीमेंटरी चार्जशीट में मदन मित्रा, सृंजय बोस, नरेश भलोटिया व कुणाल घोष का रह सकता है नाम-मतंग सिंह का इस चार्जशीट में नाम नहीं होने का सीबीआइ सूत्रों से मिली जानकारीकोलकाता. सारधा रियल्टी मामले में 21 फरवरी को सीबीआइ की तरफ से सप्लीमेंटरी चार्जशीट अलीपुर कोर्ट में पेश किये जाने की संभावना है. सीबीआइ सूत्रों के मुताबिक सप्लीमेंटरी चार्जशीट की सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं. सूत्रों का कहना है कि इस चार्जशीट में राज्य के परिवहन मंत्री मदन मित्रा, राज्यसभा के पूर्व तृणमूल सांसद सृंजय बोस, सुदीप्त सेन के निजी सलाहकार शिव नारायण दास व सुदीप्त सेन के वकील नरेश भलोटिया का नाम इस सप्लीमेंटरी चार्जशीट में रहने की संभावना है. इसके पहले 17 नवंबर को पेश किये गये चार्जशीट में कुणाल घोष का नाम नहीं था, लेकिन इस चार्जशीट में तृणमूल के राज्यसभा के पूर्व निलंबित सांसद कुणाल घोष का नाम भी होने की सूत्र जानकारी दे रहे हैं. 21 फरवरी को पेश किये जाने वाले चार्जशीट में पहले चार्जशीट के सभी धाराओं का उल्लेख किया गया है. सूत्रों के मुताबिक सारधा रियल्टी मामले की इस सप्लीमेंटरी चार्जशीट में पूर्व केंद्रीय मंत्री मतंग सिंह का नाम नहीं होने का उल्लेख किया गया है. सीबीआइ सूत्रों के मुताबिक सारधा के एक मामले में गिरफ्तार राज्य के पूर्व डीजी रजत मजुमदार के सोमवार को कलकत्ता उच्च न्यायालय के निर्देश पर जमानत पर रिहा होने के बाद से सीबीआइ में हलचल तेज हो गयी है. इसी तरह अन्य आरोपियों के रिहा होने से पहले सीबीआइ सप्लीमेंटरी चार्जशीट पेश करना चाह रही है.