तृणमूल विरोधी वोट बढ़े: सिद्धार्थ नाथ सिंह

कोलकाता. भाजपा के राष्ट्रीय सचिव व पार्टी के बंगाल के प्रभारी सिद्धार्थ नाथ सिंह ने बनगांव लोकसभा सीट व कृष्णगंज विधानसभा सीट के लिए हुए उपचुनाव का आंकलन कर कहा कि तृणमूल विरोधी वोटों में गिरावट आई है. भाजपा की ओर सकारात्मक रवैया मतदाताओं का रहा है. एक नजर कृष्णगंज विधानसभा सीट : 2011(विस चुनाव) […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 16, 2015 8:03 PM

कोलकाता. भाजपा के राष्ट्रीय सचिव व पार्टी के बंगाल के प्रभारी सिद्धार्थ नाथ सिंह ने बनगांव लोकसभा सीट व कृष्णगंज विधानसभा सीट के लिए हुए उपचुनाव का आंकलन कर कहा कि तृणमूल विरोधी वोटों में गिरावट आई है. भाजपा की ओर सकारात्मक रवैया मतदाताओं का रहा है. एक नजर कृष्णगंज विधानसभा सीट : 2011(विस चुनाव) 2014 (लोस चुनाव के आधार पर) 2015 उपचुनाव तृणमूल : 52 फीसदी 49 फीसदी 47.81 फीसदी भाजपा : 3 फीसदी 14 फीसदी 29.3 फीसदी माकपा : 41 फीसदी 30 फीसदी 18.84 फीसदी यानी भाजपा के वोट में 26.3 फीसदी की बढ़त और तृणमूल में 4.19 फीसदी की गिरावट. माकपा का वोट 22.16 फीसदी की दर से घटा और कांग्रेस की जमानत जब्त हुई. बनगांव लोकसभा : 2014 2015तृणमूल : 550003(43 फीसदी) 539990 (43.27 फीसदी ) माकपा : 403255 (31 फीसदी) 328196 (26.30 फीसदी)भाजपा : 244331 (19 फीसदी) 314119 (25.17 फीसदी ) यानी भाजपा के वोट में भारी बढ़ोतरी हुई है. तृणमूल व माकपा के वोट घटे हैं. तृणमूल विरोधी वोट, तृणमूल हितैषी वोट से बढ़े हैं. तृणमूल विरोधी वोट भाजपा और माकपा में बंटे हैं. भाजपा को बड़ा हिस्सा मिला है. श्री सिंह के मुताबिक इससे समझा जा सकता है कि तृणमूल नीचे की ओर जा रही है जबकि भाजपा का विकास हो रहा है. इसके अलावा माकपा के लिए वोट करना तृणमूल के लिए वोट करने के समान है. इसके अतिरिक्त भाजपा ने 2011 व 2014 की तुलना में बंगाल में काफी प्रगति की है. लेकिन 2016 के लिए उसे और तैयारी करनी होगी.

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