विश्वास बिना भक्ति असंभव: किशोरीजी
कोलकाता. विश्व प्रेम शांति सेवा ट्रस्ट की ओर से अयोजित पांच दिवसीय नानी बाईरो मायरो की कथा के अंतिम दिन (मंगलवार) बारह वर्षीया श्रीराधा बेटी (किशोरीजी) ने कहा कि बिना विश्वास भगवान की भक्ति संभव नहीं है. नरसीजी अपने भगवान के भरोसे टूटी गाड़ी व बूढ़े बैल को लेकर संतों के साथ अंजार नगर की […]
कोलकाता. विश्व प्रेम शांति सेवा ट्रस्ट की ओर से अयोजित पांच दिवसीय नानी बाईरो मायरो की कथा के अंतिम दिन (मंगलवार) बारह वर्षीया श्रीराधा बेटी (किशोरीजी) ने कहा कि बिना विश्वास भगवान की भक्ति संभव नहीं है. नरसीजी अपने भगवान के भरोसे टूटी गाड़ी व बूढ़े बैल को लेकर संतों के साथ अंजार नगर की ओर जा रहे थे. बीच रास्ते में गाड़ी टूट गयी नरसी जी चिंतित हो गये. भगवान भक्त को संकट से उबारते हैं. नरसी जी को दु:खी देख भगवान खुद वेश बदल कर पहुंचे और गाड़ी को ठीक किया. इसके पश्चात नरसीजी अंजान नगर पहुंचे. उन्होंने गाय के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि गोमूत्र से सुगर व प्रेशर सहित विभिन्न बीमारियों की औषधियां बनायी जा रही हंै जो काफी लाभदायक सिद्ध हो रही हंै. कथा की सफलता में श्यामसुंदर सिकरिया, संतोष खेतान, महेश अग्रवाल, कांता देवी आदि सक्रिय रहे.