विधानसभा में कांग्रेस विधायकों ने किया वॉकआउट
कोलकाता: हाल में हुए एक सामूहिक दुष्कर्म घटना पर अध्यक्ष द्वारा चर्चा की अनुमति नहीं दिये जाने के खिलाफ पश्चिम बंगाल विधानसभा में आज कांग्रेस के विधायकों ने वाकआउट किया. कांग्रेस के विधायक असित मित्र ने उलबेरिया सामूहिक बलात्कार की घटना का मुद्दा उठाया. यह घटना इस महीने की शुरुआत में हुई थी. विधानसभा अध्यक्ष […]
कोलकाता: हाल में हुए एक सामूहिक दुष्कर्म घटना पर अध्यक्ष द्वारा चर्चा की अनुमति नहीं दिये जाने के खिलाफ पश्चिम बंगाल विधानसभा में आज कांग्रेस के विधायकों ने वाकआउट किया. कांग्रेस के विधायक असित मित्र ने उलबेरिया सामूहिक बलात्कार की घटना का मुद्दा उठाया. यह घटना इस महीने की शुरुआत में हुई थी.
विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी ने स्थगन प्रस्ताव को खारिज कर दिया, जिसके बाद विरोध स्वरुप सदन में मौजूद सभी कांग्रेसी विधायकों ने वाकआउट किया. श्री मित्र ने कहा : इस घटना के बाद ना तो मुख्यमंत्री ने पीड़ितों से मुलाकात की और ना ही सरकारी विभाग की ओर से कोई सदस्य उससे मिलने गया. हावड़ा जिले के उलबेरिया इलाके में एक परिवार की दो महिलाओं ने आठ लोगों के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म करने का आरोप लगाया था. कांग्रेस विधायक डॉ मानस भुइंया ने कहा कि राज्यपाल अपने अभिभाषण में कोलकाता को महिलाओं के लिए सबसे सुरक्षित शहर बताते हैं, लेकिन नेशनल क्राइम रिकार्ड के आंकड़े के अनुसार महिला अत्याचार के मामले में बंगाल का दूसरा स्थान है, जबकि मध्य प्रदेश का पहला स्थान है.
उन्होंने कहा कि प्रशासन पूरी तरह से पंगु हो गया है. मुख्य सचिव, गृह सचिव व पुलिस महानिदेशक को नवान्न छोड़ कर बाहर निकलना चाहिए और वर्तमान स्थिति देखनी चाहिए. उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य के शासन के अंत में कानून व्यवस्था की जो स्थिति हुई थी. वही स्थिति वर्तमान मुख्यमंत्री के शासन में हुई है.
विधानसभा में दो मंत्रियों को उपस्थिति से क्षुब्ध हुए कांग्रेस विधायक, किया वाकआउट राज्यपाल के अभिभाषण पर बहस के दौरान विधानसभा कक्ष में केवल दो ही मंत्री बेचाराम मन्ना व शंकर चक्रवर्ती उपस्थिति थे. कांग्रेस के विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष का ध्यान आकर्षित करते हुए आरोप लगाया कि विधानसभा में मंत्रियों की उपस्थिति पर्याप्त नहीं है. उन लोगों की बातों को सुनने वाला कोई नहीं है और विधानसभा की कार्यवाही से वाकआउट कर गये.