दो दिनों बाद मिला हेमलता का शव
हावड़ा : आखिरकार दो दिनों बाद अस्पताल प्रबंधन को मोर्ग में रखे हेमलता जालान के शव को उसके परिजनों को सौंपना पड़ा. हेमलता की मौत 21 फरवरी की रात 12.30 बजे कोलकाता के एक निजी अस्पताल में हुई थी, लेकिन तीन लाख 45 हजार रुपये मेडिकल बिल बकाया होने के कारण अस्पताल प्रबंधन ने शव […]
हावड़ा : आखिरकार दो दिनों बाद अस्पताल प्रबंधन को मोर्ग में रखे हेमलता जालान के शव को उसके परिजनों को सौंपना पड़ा. हेमलता की मौत 21 फरवरी की रात 12.30 बजे कोलकाता के एक निजी अस्पताल में हुई थी, लेकिन तीन लाख 45 हजार रुपये मेडिकल बिल बकाया होने के कारण अस्पताल प्रबंधन ने शव देने से इनकार कर दिया था.
इसकी खबर प्रभात खबर में प्रकाशित हुई थी. इसके बाद हावड़ा थाना प्रभारी तथागत पांडे, भाजयुमो अध्यक्ष उमेश राय, भाजपा नेता संजय सिंह, उत्तर हावड़ा के महासचिव विनय अग्रवाल व वार्ड 15 के अध्यक्ष अवधेश सिंह के हस्तक्षेप पर मंगलवार दोपहर अस्पताल प्रबंधन ने हेमलता का शव उसके भाई सुमित अग्रवाल को सौंप दिया.
थाना प्रभारी तथागत पांडे ने बताया कि उन्होंने मानवता के आधार पर स्थानीय अलीपुर थाना प्रभारी व अस्पताल प्रबंधन से इस संबंध में आग्रह किया था. चूंकि मायका पक्ष आर्थिक रूप से कमजोर है, इसलिए अस्पताल प्रबंधन ने हमारे आग्रह को मान लिया. मंगलवार शाम हेमलता का अंतिम संस्कार नीमतल्ला घाट पर कर दिया गया. हेमलता की शादी आदित्य जालान से हुई थी.
सुमित के मुताबिक, दो बेटी जन्म देने के कारण हेमलता को मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जाता था. 30 जनवरी की रात हावड़ा थाना अंतर्गत राउंड टैंक लेन स्थित ससुराल में हेमलता ने अपने शरीर में आग लगा ली थी. 90 फीसदी जली अवस्था में उसे कोलकाता के एक निजी अस्पताल में भरती कराया गया था. 21 दिनों बाद 21 फरवरी की रात हेमलता ने दम तोड़ दिया. इस मामले में पति आदित्य व जेठ न्यायिक हिरासत में हैं, जबकि ससुर गोविंद राम जालान दो पोतियों के साथ फरार है. पुलिस उनकी तलाश में छापेमारी कर रही है.