रेल बजट पर वामपंथी दलों की प्रतिक्रियाएं
कोलकाता. रेल बजट में एक बार फिर बंगाल से सौतेला व्यवहार किये जाने का विपक्षी दलों ने आरोप लगाया. उनके मुताबिक यह बजट निराशाजनक रहा. आइए जानते हैं नेताओं की प्रतिक्रियाएं :सुभाषिनी अली (माकपा नेता व ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक वुमन एसोसिएशन की अध्यक्ष) : बंगाल में लोकल ट्रेनें चलायी जाती हैं, जिसकी संख्या काफी कम […]
कोलकाता. रेल बजट में एक बार फिर बंगाल से सौतेला व्यवहार किये जाने का विपक्षी दलों ने आरोप लगाया. उनके मुताबिक यह बजट निराशाजनक रहा. आइए जानते हैं नेताओं की प्रतिक्रियाएं :सुभाषिनी अली (माकपा नेता व ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक वुमन एसोसिएशन की अध्यक्ष) : बंगाल में लोकल ट्रेनें चलायी जाती हैं, जिसकी संख्या काफी कम है, जिससे यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. नयी ट्रेनों का नहीं दिया जाना यात्रियों के लिए अच्छी बात नहीं है. रेल बजट काफी निराशाजनक है. हालांकि रेल किराये में बढ़ोतरी नहीं की गयी, जो अच्छी बात है, लेकिन क्या बजट के बाद किराये में बढ़ोतरी नहीं की जायेगी? यह तय किया जा सकता है क्या? अच्छे दिन आने की बात कही गयी थी. क्या यही अच्छे दिन हैं ?प्रबोध पंडा (पूर्व सांसद व भाकपा के राज्य सचिव) :इस बार रेल बजट से लोगों को काफी उम्मीदें थीं, लेकिन सारी उम्मीदें धरी की धरी रह गयी. रेल बजट कुछ खास नहीं था. केवल गोल-मटोल बातें कह कर लोगों को भ्रमाने की कोशिश की गयी है. नयी ट्रेनों का एलान काफी जरूरी था, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ. यह काफी निराशाजनक है.