प्याज अभी और रुलायेगा
कोलकाता: राज्य सरकार ने सब्जियों की कीमत नियंत्रित करने के लिए विशेष टास्क फोर्स का गठन किया है, लेकिन यह टास्क फोर्स वास्तव में कितना कारगर सिद्ध हुआ है, इसका नजारा बाजार में जाने से ही चल जाता है. सब्जियों की कीमत जिस प्रकार से बढ़ रही है, वैसे में अब आम जनता सूखी रोटी […]
कोलकाता: राज्य सरकार ने सब्जियों की कीमत नियंत्रित करने के लिए विशेष टास्क फोर्स का गठन किया है, लेकिन यह टास्क फोर्स वास्तव में कितना कारगर सिद्ध हुआ है, इसका नजारा बाजार में जाने से ही चल जाता है. सब्जियों की कीमत जिस प्रकार से बढ़ रही है, वैसे में अब आम जनता सूखी रोटी व सूखा चावल खाने के लिए मजबूर है. सब्जियों में जब तक प्याज का जायका ना लगे, तब तक सब्जी स्वादिष्ट नहीं होती. लेकिन अब लोगों को फींकी सब्जी ही खानी होगी, क्योंकि पिछले एक सप्ताह में प्याज की कीमत में जिस प्रकार से उछाल आयी है. इससे अब इसे काटने व खरीदने दोनों स्थिति में आंख से आंसू निकल वाले हैं. पिछले सप्ताह करीब 30 रुपये प्रति किलो की कीमत में मिलनेवाला प्याज अब 50-60 रुपये प्रति किलो की दर से मिल रहा है.
प्याज की कीमत अभी और बढ़ने की आशंका जतायी जा रही है. इस संबंध में वेस्ट बंगाल ओनियन ट्रेड एसोसिएशन के प्रवक्ता प्रभात कुमार दास ने बताया कि राज्य में प्याज मुख्य रूप से महाराष्ट्र के नासिक व आंध्र प्रदेश से आयात किया जाता है, लेकिन इस बार अत्यधिक बारिश की वजह से प्याज की फसल का नुकसान हुआ है.
इन दोनों राज्यों से प्याज आ ही नहीं रहे हैं. जानकारों के अनुसार, अगले कुछ दिनों में प्याज की कीमत और भी बढ़ कर 80 रुपये प्रति किलो तक हो सकती है. प्याज के साथ-साथ अन्य सब्जियां जैसे बैंगन, परवल, भिंडी, हरी मिर्च, बिन व धनिया पत्ता सहित अन्य सब्जियों की कीमत में भी करीब 40-50 फीसदी की वृद्धि हुई है.