डकैत समझ एएसपी पर हमला
मालदा: डकैत होने के संदेह में गांव वालों ने एएसपी की गाड़ी पर ही हमला कर दिया. यह घटना सोमवार की रात 12 बजे मालदा जिले के इंगलिश बाजार थाना के नियामतपुर गांव के निकट मालदा मानिकचक राजमार्ग पर घटी. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक मोदी अपने दो बॉडीगार्डो के साथ इलाके का गश्त लगाकर लौट […]
मालदा: डकैत होने के संदेह में गांव वालों ने एएसपी की गाड़ी पर ही हमला कर दिया. यह घटना सोमवार की रात 12 बजे मालदा जिले के इंगलिश बाजार थाना के नियामतपुर गांव के निकट मालदा मानिकचक राजमार्ग पर घटी. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक मोदी अपने दो बॉडीगार्डो के साथ इलाके का गश्त लगाकर लौट रहे थे. तभी गांव वालों ने उनकी गाड़ी रोक कर तलाशी ली. गांव वालों ने उनकी पुलिस जीप में भी तोड़फोड़ की.
इस क्रम में उन्होंने अपने दोनों बॉडीगार्ड की मदद से दो गांव वालों को पकड़ लिया और बाकी लोग वहां से भाग गये. कुछ ही देर में बड़ी संख्या में गांव वाले धारदार हथियार के साथ वहां पहुंचे और एएसपी तथा उनके बॉडीगार्डो पर हमला बोल कर दोनों गांव वालों को छुड़ाने की कोशिश की. स्थिति की गंभीरता को देखते हुए बॉडीगार्डो ने हवाई फायरिंग की. उसके बाद गांव वाले वहां से भाग गये. एएसपी की गाड़ी पर हमले की खबर मिलते ही पूरे पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया.
बड़ी संख्या में इंगलिश बाजार थाना की पुलिस नियामतपुर गांव पहुंची. रात भर चले तलाशी अभियान में 18 लोगों को गिरफ्तार किया गया. इनमें इंगलिश बाजार ब्लॉक कांग्रेस का पूर्व अध्यक्ष अब्दुल मतीन भी शामिल है. आज सुबह अब्दुल मतीन को पुलिस ने छोड़ दिया. बाकी बचे 17 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार लोगों को छुड़ाने के लिए आज सुबह से यहां राजनीतिक तत्परता तेज हो गयी. तृणमूल कांग्रेस के कई नेता थाने का चक्कर काट रहे थे. यहां तक कांग्रेस तथा माकपा के कई नेताओं को भी दौड़-धूप करते देखा गया. पुलिस ने सभी राजनीतिक दलों के नेताओं को स्पष्ट बता दिया कि किसी को भी छोड़ पाना संभव नहीं है.इधर, एसपी प्रसून्न बनर्जी का कहना है कि एएसपी की जीप पर जिसने भी हमला किया है, वह गलत है. परिचय देने के बाद भी ग्रामीणों ने इस तरह की हरकत की. पुलिस ने अपनी ओर से भी एक मामला दर्ज कर लिया है. उन्होंने बताया कि 17 लोगों की गिरफ्तारी हुई है और बाकी लोगों की तलाश जारी है.
क्या कहा एएसपी ने
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक मोदी ने कहा है कि वह सोमवार की रात करीब 12 बजे मानिकचक से पुलिस जीप से मालदा लौट रहे थे. इस दौरान वह वर्दी में नहीं थे, लेकिन उनके दोनों बॉडीगार्डो ने वर्दी पहन रखी थी. नियामतपुर गांव के निकट जब वह पहुंचे तो देखा कि वहां कई लोग सड़क पर खड़े हैं. सफेद रंग की स्कार्पियो जीप को उन लोगों ने रोक लिया और कहने लगे कि यह लोग डकैत हैं. एएसपी मोदी ने कहा कि वह स्वयं गाड़ी से नीचे उतरे और अपना परिचय गांव वालों को दिया. उसके बाद भी गांव वाले नहीं माने और बहस शुरू कर दी. उसके बाद गांव वालों ने ईंट एवं पत्थरों से गाड़ी पर हमला कर दिया. इसी बीच, उन्होंने इस मामले की सूूचना इंगलिश बाजार थाने को दी. बड़ी संख्या में पुलिस के आने के बाद गांव वाले वहां से भाग गये. उन्होंने बताया कि इस घटना के बाद भी वह काफी समय तक वहां खड़े थे और गांव वालों से बातचीत की कोशिश की. लेकिन कोई सामने नहीं आया. तब हमलावरों की पहचान कर गिरफ्तारी के आदेश दिये गये.
डकैतों के आतंक से सहमे हैं ग्रामीण
यहां गौरतलब है कि मालदा में इन दिनों डकैतों का आतंक छाया हुआ है. मदिया गांव में तो डकैतों ने डकैती डालने संबंधी चिट्ठी भी दी और उसके दो दिन बाद ही गांव पर हमला बोल दिया. डकैतों ने एक व्यक्ति की हत्या कर दी थी. उसके बाद ही मानिकचक एवं इंगलिश बाजार थाना इलाके में दो पुलिस कैंप बनाये गये हैं. इन पुलिस कैंपों का काम-काज देखने के लिए ही एएसपी अभिषेक मोदी निकले थे.