नकली नोटों का मामला: जल्द ही होगी कुछ अन्य शातिरों की भी गिरफ्तारी, एसटीएफ को प्रिंटिंग प्रेस की तलाश

कोलकाता: महानगर के मानिकतल्ला इलाके में नकली नोट व विदेशी करेंसी का कारखाना चलाने व इसकी सप्लाई करने के आरोप में कोलकाता पुलिस के स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की टीम ने चंद्रशेखर जायसवाल नामक एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है. उससे पूछताछ में एसटीएफ के अधिकारियों ने कई नयी जानकारी हासिल करने के बाद उस […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 4, 2015 7:37 AM
कोलकाता: महानगर के मानिकतल्ला इलाके में नकली नोट व विदेशी करेंसी का कारखाना चलाने व इसकी सप्लाई करने के आरोप में कोलकाता पुलिस के स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की टीम ने चंद्रशेखर जायसवाल नामक एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है.

उससे पूछताछ में एसटीएफ के अधिकारियों ने कई नयी जानकारी हासिल करने के बाद उस पर कार्रवाई शुरू कर दी है. एसटीएफ के अधिकारियों का कहना है कि चंद्रशेखर मानिकतल्ला इलाके में चार रूम के एक फ्लैट में रहता था. इसमें वह एक कमरे का इस्तेमाल रहने के लिए व अन्य तीन बंद कमरे का इस्तेमाल जाली नोट रखने के लिए करता था. हावड़ा के डोमजूर स्थित किराये में गोदाम लेकर इसका इस्तेमाल चंद्रशेखर नोट के टुकड़े व हाई क्वालिटी का पेपर रोल रखने के लिए करता था. चंद्रशेखर से पूछताछ के आधार पर एसटीएफ अधिकारियों को शक है कि महानगर में इस तरह के और भी गोदाम हो सकते हैं. उन गोदाम के सुराग के लिए विभिन्न जगहों में जानकारी के आधार पर छापेमारी की जा रही है.

गिरोह के सदस्यों पर रखी जा रही नजर
एसटीएफ सूत्रों के मुताबिक प्रिंटिंग प्रेस की आड़ में किसी प्रेस में इस जाली नोट की छपाई होती थी. चंद्रशेखर के घर से उन्हें बना हुआ देशी-विदेशी नोट मिला है. इस नोट को वह कहां और किस प्रिंटिंग प्रेस में छापता था, इसकी जांच हो रही है. अधिकारियों का कहना है कि चंद्रशेखर के फोन कॉल की जांच कर पुलिस कुछ अन्य युवकों की शिनाख्त कर चुकी है. वे कहां जा रहे हैं, किनसे मिल रहे हैं, उनकी हरकतों पर नजर रखी जा रही है. जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जायेगा.
रिजर्व बैंक को पत्र देकर कुछ सवालों की मांगी जायेगी जानकारी
डीसी (एसटीएफ) अमित पी जावलगी ने बताया कि इस गिरोह के पास से पुलिस को चार नोट में नंबर बिठाने का मशीन हाथ लगा है. वर्ष 2012 में रिजर्व बैंक से इसी तरह की एक मशीन की चोरी हुई थी. इन चारों में से वह एक मशीन है या नहीं इसकी जानकारी मांगी जायेगी. इसके अलावा रिजर्व बैंक से नोट के टुकड़े की निलामी होती है, उसी नोट का टुकड़ा इस गिरोह के पास कहां से आया. जिन लोगों को यह टुकड़ा दिया जाता है, उनसे इस गिरोह ने इसे कैसे हासिल किया. इन सब सवालों का जवाब तलाशने की कोशिश की जायेगी.
बैंक खातों में लाखों रुपये होने का खुलासा
पुलिस ने बताया कि इलाके में चंद्रशेखर जायसवाल इलाके में काफी लोगों से कज्रे लेकर रखा था, लेकिन उससे पूछताछ व घर की तलाशी में सात से आठ ऐसे बैंक अकाउंट के कागजात हाथ लगे हैं, जिसमें लाखों रुपये मौजूद है. यह रुपये कहां से आये, किन खाते से किसने इस रुपये को जमा किया, इसकी भी जांच की जा रही है. इसके अलावा छापेमारी में नोट बनाने के लिए 20 से अधिक उच्च क्वालिटी का पेपर रोल मिला है. इसकी सप्लाई किसने की थी, इसकी भी जांच हो रही है. जल्द ही इस गिरोह से जुड़े कुछ अन्य लोगों को गिरफ्तार कर लिया जायेगा.

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