समुद्री व्यापार पर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन 20 से
भुवनेश्वर/कोलकाता. अपनी किस्म के पहले आयोजन में हिंद महासागर के किनारे के देशों का अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन 20 एवं 22 मार्च 2015 तक भुवनेश्वर, ओडि़शा में होने जा रहा है. सम्मेलन का विषय है भारत और हिंद महासागर: समुद्री व्यापार तथा सांस्कृतिक संबंधों का नवीकरण. इस क्षेत्र के 20 देश जो इंडियन ओशियन रिम कंट्रीज के […]
भुवनेश्वर/कोलकाता. अपनी किस्म के पहले आयोजन में हिंद महासागर के किनारे के देशों का अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन 20 एवं 22 मार्च 2015 तक भुवनेश्वर, ओडि़शा में होने जा रहा है. सम्मेलन का विषय है भारत और हिंद महासागर: समुद्री व्यापार तथा सांस्कृतिक संबंधों का नवीकरण. इस क्षेत्र के 20 देश जो इंडियन ओशियन रिम कंट्रीज के नाम से जाने जाते हैं इस तीन दिवसीय सम्मेलन में शिरकत करेंगे. जहां व्यापार, समुद्री सुरक्षा और सांस्कृतिक संबंधों पर चर्चा की जायेगी. इस सम्मेलन को भारत सरकार के 8 अहम मंत्रालयों का समर्थन हासिल होगा, इनमें विदेश मंत्रालय, पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस, विद्युत, जहाजरानी, वाणिज्य व उद्योग, संस्कृति पर्यटन और कृषि मंत्रालय के प्रतिनिधि शामिल होंगे. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज बतौर मुख्य अतिथि इस सम्मेलन का उदघाटन करेंगी. पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान विशिष्ट अतिथि होंगे. एनएसए के प्रमुख अजित डोभाल भी विशिष्ट अतिथि होंगे और इंडियन ओशियन रिम ऐसोसिएशन के महासचिव व राजनायिक वीके भागीरथ वक्ता के तौर पर इस आयोजन में शामिल होंगे और अपने विचारों व जानकारी को साझा करेंगे. रक्षा मंत्री मनोहर पार्रिकर अंतिम दिन समापन सत्र में मुख्य अतिथि होंगे. सम्मेलन में ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका, श्रीलंका, बांग्लादेश, मालदीव, थाईलैंड, मारिशस, इंडोनेशिया, मलयेशिया, किनीया, तंजानिया, मोजाम्बिक, म्यांमार, मैडागास्कर, सिंगापुर, यमन, ओमान, ईरान, यूएई आदि समेत 20 से अधिक देशों के प्रतिनिधियों के भाग लेने की उम्मीद है.