कोलकाता: तृणमूल सरकार के सत्ता में आने के बाद से ही राज्य में अराजकता की स्थिति है. राज्य की मौजूदा स्थिति, किसानों की बदहाली, विकास कार्यो की स्थिरता, वामदलों के कार्यकर्ताओं पर हमले सहित अन्य घटनाओं को देखने से यही लगता है कि तृणमूल सरकार सभ्य नहीं है. ये आरोप राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री व माकपा पोलित ब्यूरो के सदस्य बुद्धदेव भट्टाचार्य ने लगाये.
रविवार को वह माकपा की ब्रिगेड सभा को संबोधित कर रहे थे. राज्य में लोगों की स्थिति व जीवन-यापन की तुलना नरक से करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कथित तौर पर तृणमूल सरकार को असभ्य और बेईमान करार दिया है.
उन्होंने कहा कि समय के साथ-साथ राज्य की स्थिति बिगड़ती जा रही है. लेकिन नारकीय जीवन ज्यादा दिनों तक नहीं चल सकता है. ऐसे में मौजूदा सरकार कितने समय तक इस तरह की स्थिति को बनाये रख सकती है? लोग तृणमूल सरकार की नीतियों को जान गये हैं. राज्य की मौजूदा नारकीय स्थिति में रहना मुश्किल होता जा रहा है. यही वजह है कि ब्रिगेड सभा में जनसैलाब ही उमड़ पड़ा. लोग समझ गये हैं कि वामपंथी विचारधारा का कोई विकल्प नहीं है. उन्होंने माकपा को मजबूत करने के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं से आह्वान किया. कहा कि ग्रामीण स्तर पर लोगों तक पहुंचना होगा. लोगों के हितों की रक्षा के लिए लगातार आंदोलन करना होगा. इससे ही जीत मिल पायेगी.