कोलकाता:एक आरटीआइ अपील खारिज करते हुए प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस की पत्नी एमिली शेंकल और बेटी अनीता बोस पर खुफिया फाइल सार्वजनिक करने से कुछ देशों के साथ रिश्ते प्रभावित हो सकते हैं.चंद्रचूड़ घोष ने आरटीआइ अधिनियम के तहत सरकार को लिखे गये नेताजी की पत्नी और बेटी के पत्र तक पहुंच मांगी थी. घोष एक वेबसाइट डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू सुभाषचंद्रबोस डॉट ओआरजी चलाते हैं.
पीएमओ ने अपने जवाब में कहा कि संबंधित तीन फाइलें गोपनीय हैं और उनके दस्तावेजों को प्रकट करने से कुछ देशों के साथ संबंध प्रभावित होंगे. जवाब पर निदेशक (पीएमओ) के हस्ताक्षर हैं.
जवाब में कहा गया है कि सूचना के अधिकार अधिनियम, 2005 की धारा 8(1)(ए) व धारा 8(बी) के साथ यह प्रकटीकरण से मुक्त हैं. नेताजी की जीवनी लिख रहे घोष ने कहा कि 1945 में लापता हुए नेताजी का जीवन और समय रहस्य है, क्योंकि उससे जुड़ी बहुत-सी फाइलें विभिन्न सरकारी विभागों के पास हैं. इससे पहले, दिल्ली आधारित शोध संस्थान ‘मिशन नेताजी’ की एक आरटीआइ अपील पर पीएमओ ने स्वीकार किया कि उसके पास नेताजी की 33 गोपनीय फाइलें हैं.