महिलाएं सक्षम होने के बावजूद भेदभाव की शिकार

फोटो पांच पर (हेरीटेज के नाम से)-कोलकाता. हेरिटेज एकेडमी में सोमवार को एक सेमिनार आयोजित किया गया. इसके प्रथम सत्र में शैक्षिक संस्थानों व कारपोरेट में महिला नेतृत्व विषय पर विवेकानंद कॉलेज की प्रोफेसर डॉ मालविका भट्टाचार्य ने कहा कि महिलाएं नेटवर्किंग, संकट प्रबंधन व अपना काम कुशलता के साथ पूरा करने में काफी सक्षम […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 10, 2015 9:04 PM

फोटो पांच पर (हेरीटेज के नाम से)-कोलकाता. हेरिटेज एकेडमी में सोमवार को एक सेमिनार आयोजित किया गया. इसके प्रथम सत्र में शैक्षिक संस्थानों व कारपोरेट में महिला नेतृत्व विषय पर विवेकानंद कॉलेज की प्रोफेसर डॉ मालविका भट्टाचार्य ने कहा कि महिलाएं नेटवर्किंग, संकट प्रबंधन व अपना काम कुशलता के साथ पूरा करने में काफी सक्षम हैं. फिर भी कई बार कार्यस्थल पर उनके साथ भेद-भाव किया जाता है. सफलता के लिए उन्हें काफी संघर्ष करना पड़ता है. उन्हें यौन उत्पीड़न का भी शिकार होना पड़ता है. मौलाना आजाद कॉलेज की प्रोफेसर डॉ मधुमिता सेन ने कहा कि महिलाओं में बहुत कुछ करने की क्षमता है लेकिन उनको मौका नहीं दिया जाता है. कई बार महिलाओं पर ऐसा सामाजिक दबाव पड़ता है कि वे हतोत्साहित हो जाती हैं. अंत के सत्र में राष्ट्रगुरु सुरेंद्रनाथ कॉलेज की प्रोफेसर मौली घोष ने कार्यस्थल पर महिलाओं के साथ हो रहे यौन उत्पीड़न पर विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि महिलाओं की सुरक्षा के लिए कानून तो बने हैं लेकिन महिलाओं के प्रति समाज की विचारधारा पूरी तरह नहीं बदली है. सेमिनार का उद्घाटन कल्याण भारती ट्रस्ट के एकेडमिक सलाहकार प्रो बी बी पाइरा ने किया. हेरिटेज एकेडमी के प्रिंसिपल प्रो. गौड़ बनर्जी ने कहा कि महिलाएं आगे तो बढ़ रही हैं लेकिन वे तभी पूरी तरह सशक्त होंगी जब उन्हें समान अधिकार दिया जाये. दिल से उनका सम्मान किया जाये. इसकी शुरुआत हर अभिभावक को अपने घर से करनी होगी. कार्यक्रम में कई छात्र व फैकल्टी सदस्य उपस्थित थे.

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