नन गैंगरेप मामला : पीडिता को अस्पताल में देखने पहुंचीं ममता, प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री वापस जाओ के लगाये नारे
रानाघाट/कोलकाता: नदिया जिले के रानाघाट के मिशनरी स्कूल में सामूहिक दुष्कर्म की शिकार बुजुर्ग नन को अस्पताल में देखने पहुंचीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को स्थानीय लोगों के विरोध प्रदर्शन का सामना करना पड़ा. आरोपियों की गिरफ्तारी में हो रही देरी से नाराज लोगों और छात्र-छात्राओं ने राष्ट्रीय राजमार्ग 34 पर मुख्यमंत्री के काफिले को रोक […]
रानाघाट/कोलकाता: नदिया जिले के रानाघाट के मिशनरी स्कूल में सामूहिक दुष्कर्म की शिकार बुजुर्ग नन को अस्पताल में देखने पहुंचीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को स्थानीय लोगों के विरोध प्रदर्शन का सामना करना पड़ा. आरोपियों की गिरफ्तारी में हो रही देरी से नाराज लोगों और छात्र-छात्राओं ने राष्ट्रीय राजमार्ग 34 पर मुख्यमंत्री के काफिले को रोक कर विरोध प्रदर्शन किया. ममता रानाघाट अस्पताल से लौट रही थीं. प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री वापस जाओ और ‘वी वांट जस्टिस’ के नारे लगाये. लोग हाथों में तख्तियां लिये हुए थे. कुछ लोग मोमबत्ती भी लिये हुए थे.
कॉन्वेंट स्कूल में नन से गैंगरेप और लूटपाट की घटना के तीन दिन बीत जाने के बाद भी दोषियों की गिरफ्तारी नहीं होने से क्षुब्ध लोगों ने जमकर नारेबाजी की. प्रदर्शनकारियों को समझाने के लिए स्कूल के पादरी से लेकर शिक्षक और वरिष्ठ प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी लगातार कोशिश करते रहे, लेकिन मुख्यमंत्री के खिलाफ नारेबाजी जारी रही. मुख्यमंत्री लगभग एक घंटे तक प्रदर्शनकारियों के बीच फंसी रहीं. उसके बाद पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों की निगरानी व कड़ी सुरक्षा के बीच उनकी गाड़ी को प्रदर्शकारियों के बीच से निकाल लिया गया.
ममता ने माकपा और भाजपा पर साधा निशाना: इस बीच, मुख्यमंत्री ने प्रदर्शनकारियों को चुनौती देते हुए कहा कि यह माकपा व भाजपा की साजिश है.
इस घटना को राजनीतिक रंग दिया जा रहा है. इस घटना को अन्य रूप देने की कोशिश की जा रही है. ममता ने कहा कि उन्होंने पहले ही इस घटना की निंदा की है. वह पहले ही बोल आयी हैं कि दोषियों को सजा मिलेगी. दोषियों को फांसी की सजा दी जायेगी. वह इस तरह के मामले में फांसी देने के पक्ष में हैं. उन्होंने कहा कि वह आंदोलन से उठ कर आयी हैं. वह आंदोलन जानती हैं. आंदोलन को कलंकित करने की कोशिश की जा रही है.
यदि सीने में दम है,तो आकर उन्हें हाथ लगा कर दिखाये. वह वहीं इंतजार कर रही हैं. वह तब तक यहां से नहीं जायेंगी, जब तक ये प्रदर्शनकारी नहीं हटेंगे. बनर्जी अपनी गाड़ी से उतरीं और लोगों को समझाने की कोशिश की,लेकिन प्रदर्शनकारी दोषियों को गिरफ्तार करने तथा पूरे मामले की सीबीआइ जांच कराने की मांग करते रहे. बाद में ममता ने खुद भी भाजपा व माकपा के खिलाफ आरोप लगाते हुए भाजपा दूर हटो, भाजपा धिक्कार के नारे लगाये. उन्होंने कहा कि भाजपा पूरे मामले को दबाने की कोशिश कर रही है. मिशनरियों के शांति जुलूस को नष्ट करने की साजिश कर रही है. इस बीच तृणमूल समर्थक भी घटना स्थल पर पहुंचे और मुख्यमंत्री के साथ भाजपा के खिलाफ नारेबाजी करने लगे.
दस लोग हिरासत में लिये गये
पुलिस ने अब तक 10 लोगों को हिरासत में लिया है. जिला पुलिस अधीक्षक अर्णब घोष ने सोमवार को कहा कि इस अपराध में सात-आठ लोग शामिल रहे हैं और यह पता लगाया जा रहा है कि क्या हिरासत में लिये गये लोगों का हुलिया कॉन्वेंट स्कूल के सीसीटीवी फुटेज में नजर आ रहे आरोपियों से मिलता है. हिरासत में लिये गये लोगों की पृष्ठभूमि की भी जांच की जा रही है. एसपी घोष ने संवाददाताओं से कहा कि अपराध में शामिल लोगों की गिरफ्तारी के लिए सघन अभियान जारी है. उन्होंने कहा : अपराध की पुलिस जांच का ब्योरा नहीं दिया जा सकता. कान्वेंट स्कूल के सीसीटीवी फुटेज में चार लोगों के चेहरे दिखे हैं जिनके बारे में कहा जा रहा है कि वे अपराध में शामिल थे. पुलिस अधीक्षक ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए विश्वसनीय सूचना देने वाले व्यक्ति को एक लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की थी. सोमवार को कॉन्वेंट स्कूल का दौरा करने के बाद पुलिस महानिदेशक जीएमपी रेड्डी ने कहा कि मामले की जांच जारी है. यह घटना पिछले शनिवार को हुई थी.
दूसरे राज्यों में जा सकती है सीआइडी
जिलाधिकारी पीबी सलीम ने रानाघाट अस्पताल में पीड़ित नन से मुलाकात की. सलीम ने कहा कि सिस्टर की हालत स्थिर है. मुर्शिदाबाद रेंज के डीआइजी कल्लोल गोनाई ने भी स्कूल का दौरा किया. स्कूल में परीक्षाएं शांतिपूर्ण ढंग से जारी हैं. एक अधिकारी ने बताया कि इस मामले की जांच के लिए गठित सीआइडी दोषियों की गिरफ्तारी के लिए अन्य राज्यों का भी रुख कर सकती है. सीआइडी के अपर महानिदेशक राजीव कुमार इस मामले की निगरानी खुद कर रहे हैं.
आज तृणमूल कांग्रेस का प्रतिवाद जुलूस
नन से दुष्कर्म मामले को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के घेराव की घटना को तृणमलू कांग्रेस ने काफी गंभीरता से लिया है. पार्टी मंगलवार को इसके खिलाफ प्रतिवाद रैली निकालेगी. तृणमूल सुप्रीमो और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को खुद इसकी घोषणा की. उच्च माध्यमिक की परीक्षा को देखते हुए शाम पांच बजे के बाद जुलूस निकालने का फैसला लिया गया है.