बबलू करीम की उम्मीदवारी से भाजपा समर्थकों में क्षोभ
कोलकाता. सारधा चिटफंड मामले में परिवहन मंत्री मदन मित्रा के पूर्व सहायक बापी करीम के भाई बबलू करीम उर्फ शेख सिराजुल इसलाम को कोलकाता नगर निगम चुनाव में 75 नंबर वार्ड से भाजपा का उम्मीदवार बनाये जाने से स्थानीय भाजपा समर्थकों में क्षोभ है. भाजपा समर्थकों का कहना है कि हिंदी भाषी बहुल इलाके में […]
कोलकाता. सारधा चिटफंड मामले में परिवहन मंत्री मदन मित्रा के पूर्व सहायक बापी करीम के भाई बबलू करीम उर्फ शेख सिराजुल इसलाम को कोलकाता नगर निगम चुनाव में 75 नंबर वार्ड से भाजपा का उम्मीदवार बनाये जाने से स्थानीय भाजपा समर्थकों में क्षोभ है. भाजपा समर्थकों का कहना है कि हिंदी भाषी बहुल इलाके में भाजपा के स्थानीय नेताओं की अवहेलना कर तृणमूल से आये बबलू करीम को उम्मीदवार बनाया गया है. यह भाजपा के समर्पित समर्थकों का अपमान है. जिला की पूर्व उपाध्यक्ष मंजूला श्रीवास्तव का आरोप है कि प्रदेश भाजपा नेतृत्व स्थानीय समर्पित कार्यकर्ताओं की अवहेलना कर तृणमूल से आये नेता को प्रश्रय दिया गया है. ऐसी स्थिति में तृणमूल और भाजपा में क्या अंतर है. इसी तरह से 80 नंबर वार्ड में उम्मीदवार की घोषणा से स्थानीय भाजपा समर्थकों में नाराजगी है. सवार्ेदय सेवक समाज के महासचिव शंभुनाथ सिंह ने कहा कि भाजपा ने सभी विधि व नियमों की अवहेलना करते हुए पता नहीं किस हित-स्वार्थ में 75 नंबर वार्ड से एक ऐसे व्यक्ति को टिकट दिया है जो पार्टी का साधारण सदस्य भी कभी नहीं रहा. सवार्ेदय सेवक समाज व हिंदू एकता मंच, वार्ड न. 75 के अलावा अन्य 30-40 वार्डों में अपना उम्मीदवार खड़ा करेगी. जिसकी औपचारिक घोषणा इस माह के 19 तारीख तक होगी.