नन गैंगरेप मामले की होगी सीबीआइ जांच : ममता बनर्जी
रानाघाट/कोलकाता. नदिया जिले के रानाघाट में बुजुर्ग नन से सामूहिक दुष्कर्म मामले की सीबीआइ जांच होगी. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को कहा कि सरकार ने इस घटना की सीबीआइ जांच कराने का निर्णय लिया है. मुख्यमंत्री ने फेसबुक पर अपनी पोस्ट में कहा कि रानाघाट की घटना बहुत गंभीर है. पुलिस को दोषियों को […]
रानाघाट/कोलकाता. नदिया जिले के रानाघाट में बुजुर्ग नन से सामूहिक दुष्कर्म मामले की सीबीआइ जांच होगी. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को कहा कि सरकार ने इस घटना की सीबीआइ जांच कराने का निर्णय लिया है. मुख्यमंत्री ने फेसबुक पर अपनी पोस्ट में कहा कि रानाघाट की घटना बहुत गंभीर है.
पुलिस को दोषियों को पकड़ने व त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिये गये हैं. पुलिस सर्वोत्तम प्रयास कर रही है. चूंकि यह स्थान (रानाघाट) सीमा से काफी नजदीक है और इसकी गंभीरता व संवेदनशीलता को देखते हुए उन्होंने इस मामले की सीबीआइ जांच कराने का निर्णय लिया है. सरकार जांच में सीबीआइ को सभी तरह की मदद व सहायता उपलब्ध करायेगी.
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री ने सोमवार को रानाघाट जाकर पीड़ित नन से मुलाकात की थी, लेकिन अभी तक किसी आरोपी की गिरप्तारी नहीं होने के कारण उन्हें स्थानीय लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा था. दूसरी ओर, घटना के पांच दिन बीत जाने के बावजूद अभी तक इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है.
आयोग ने स्वत: संज्ञान लिया: उधर, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने पश्चिम बंगाल सरकार को बुधवार को नोटिस जारी कर नन से कथित सामूहिक दुष्कर्म के मामले पर रिपोर्ट मांगी है. एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, एनएचआरसी ने राज्य के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को नोटिस जारी करके उनसे दो सप्ताह के भीतर इस मामले में रिपोर्ट मांगी है. आयोग ने नदिया जिले के रानाघाट में 14 मार्च को मिशनरी स्कूल में 71 वर्षीय नन से सामूहिक दुष्कर्म की घटना की मीडिया में आयी रिपोर्ट का स्वत: संज्ञान लेते हुए नोटिस जारी किया है. ऐसा बताया जा रहा है कि पीड़िता ने एक अन्य नन के साथ मिलकर कॉन्वेंट के परिसर में लूटपाट की कोशिश को नाकाम करने का प्रयास किया था. डकैतों ने दूसरी नन को बांध दिया और उसके सामने पीड़िता से दुष्कर्म किया. आयोग ने कहा कि यदि प्रेस रिपोर्ट में बतायी बातें सही हैं तो यह पीड़िता के मानवाधिकारों का गंभीर उल्लंघन है.
सीबीआइ जांच के फैसले का स्वागत
कोलकाता के आर्क बिशप थॉमस डिसूजा ने रानाघाट नन बलात्कार मामले की जांच सीबीआइ को सौंपने के पश्चिम बगांल सरकार के फैसले का बुधवार को स्वागत किया. डिसूजा ने कहा : एक तरह से हम खुश हैं कि सरकार दोषियों को पकड़ने का प्रयास कर रही है.उन्होंने कहा, हालांकि वह इस बात से निराश हैं कि पुलिस अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं कर पायी है. आर्चबिशप ने कहा : परिणाम अभी तक सकारात्मक नहीं हैं और हम निराश हैं.अभी तक 15 लोगों को हिरासत में लिया गया है लेकिन कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है.जिला पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी में सहायक सूचना देने वाले व्यक्ति को एक लाख रुपये नकद इनाम देने की घोषणा की है.
बांग्लादेश भाग सकते हैं आरोपी
नदिया में नन के साथ सामूहिक दुष्कर्म मामले के आरोपी अवैध रूप से भारत-बांग्लादेश सीमा पार कर बांग्लादेश भाग न पायें, इसके लिए सीमा पर सतर्कता बढ़ा दी गयी है. गुनहगारों को रिहाई नहीं मिलेगी. बार्डर गार्ड ऑफ बांग्लादेश (बीजीबी) ने भारत-बांग्लादेश सीमांत पर कड़ी सतर्कता जारी कर दी है. यह जानकारी बांग्लादेश के राजशाही डिवीजन के बीजीबी के लेफ्टिनेंट कर्नल मोहम्मद जाहिद हसन ने दी. उन्होंने बताया कि बांग्लादेश सरकार के निर्देश के तहत इस तरह के गलत काम कर जो सीमा पार आने का गुनाह करता है, उसे बख्शा नही जाता है. उन्होंने भारत के रानाघाट मामले को निंदनीय करार दिया. उन्होंने कहा कि सीमातर्वी इलाकों में बीएसएफ -बीजीबी के जवान संयुक्त रूप से गश्त लगा रहे हैं. बुधवार को बीजीबी के 25 जवान भारत के हबीबपुर थानांतर्गत तिलासन में बीएसएफ के 31 नंबर बटालियन के जवानों के साथ वॉलीबॉल मैच खेलने आये थे. उनके साथ के साथ बांग्लादेश के राजशाही डिवीजन के बीजीबी के लेफ्टिनेंट कर्नल मोहम्मद जाहिद हसन भी थे. इस अवसर पर बीएसएफ की ओर से 31 नंबर बटालियन के कमांडेंट टिकम सिंह नेगी भी उपस्थित थे.