पारिवारिक कलह के कारण आत्महत्या कर रहे हैं किसान: मंत्री

कोलकाता. बंगाल में आलू का अत्यधिक उत्पादन किसानों के लिए खुशी की सौगात के बजाय मौत का पैगाम ले कर आया है. बाजार में आलू की मांग में कमी एवं खेती के लिए लिया गया कर्ज किसानों का सिरदर्द बन गया है. कर्ज के बोझ में डूबे कई आलू किसान आत्महत्या कर चुके हैं, पर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 19, 2015 8:03 PM

कोलकाता. बंगाल में आलू का अत्यधिक उत्पादन किसानों के लिए खुशी की सौगात के बजाय मौत का पैगाम ले कर आया है. बाजार में आलू की मांग में कमी एवं खेती के लिए लिया गया कर्ज किसानों का सिरदर्द बन गया है. कर्ज के बोझ में डूबे कई आलू किसान आत्महत्या कर चुके हैं, पर राज्य के कृषि मंत्री इस बात को मानने के लिए तैयार ही नहीं हैं. एमसीसी चेंबर ऑफ कॉमर्स द्वारा आयोजित एक परिचर्चा को संबोधित करते हुए राज्य के कृषि मंत्री पुर्णेंदु बसु ने कहा कि समाज में डॉक्टर व इंजीनियर भी आत्महत्या करते हैं. आत्महत्या के कारणों पर गौर करना होगा. हमारे पास जो सूचना है, उसके अनुसार अधिकतर किसानों ने पारिवारिक कलह के कारण आत्महत्या की है. कर्ज में डूबे किसी किसान की आत्महत्या की हमें कोई सूचना नहीं मिली है और न ही यह खबर आयी है. कृषि मंत्री ने इसका ठीकरा मीडिया पर फोड़ते हुए आरोप लगाया कि मीडिया इस बेहद संवेदनशील मुद्दे को जनता में दूसरे तरीके से पेश कर रहा है. किसानों की आत्महत्या के बारे में गलत तथ्य दिये जा रहे हैं. लेकिन जब मंत्री जी से आत्महत्या करने वाले किसानों की संख्या के बारे में पूछा गया तो उन्होंने इसका कोई जवाब नहीं दिया.

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