विभिन्न राज्यों के साथ अब विदेशों में भी होगा आलू का निर्यात
कोलकाता. राज्य में इस वर्ष अनुमान से अधिक आलू का उत्पादन हुआ है, जिसे रखने के लिए राज्य में जगह ही नहीं है. इसलिए इस वर्ष राज्य सरकार ने देश के अन्य राज्यों के साथ ही विदेशों में आलू निर्यात करने का फैसला किया है. यह जानकारी राज्य के कृषि मंत्री पुर्णेंदु बसु ने दी. […]
कोलकाता. राज्य में इस वर्ष अनुमान से अधिक आलू का उत्पादन हुआ है, जिसे रखने के लिए राज्य में जगह ही नहीं है. इसलिए इस वर्ष राज्य सरकार ने देश के अन्य राज्यों के साथ ही विदेशों में आलू निर्यात करने का फैसला किया है. यह जानकारी राज्य के कृषि मंत्री पुर्णेंदु बसु ने दी. हालांकि अन्य राज्य व विदेशों में भेजे जानेवाले आलू की मात्रा क्या होगी, इसके बारे में उन्होंने फिलहाल कुछ नहीं बताया. उन्होंने कहा कि इस वर्ष राज्य में अनुमान से अधिक आलू का उत्पादन हुआ है. पिछले वर्ष यहां करीब 85 लाख मैट्रिक टन आलू का उत्पादन हुआ था, जो इस वर्ष बढ़ कर 1.15 करोड़ मैट्रिक टन हो गया है. कृषि विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, इस वर्ष राज्य में करीब 1.15 करोड़ टन आलू का उत्पादन हुआ है, जो कि पिछले वर्ष की तुलना में करीब 30 मेट्रिक टन अधिक है. राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में करीब 435 कोल्ड स्टोरेज हैं और वहां 63.2 लाख मैट्रिक टन आलू रखने की व्यवस्था है, ऐसे में करीब 50 लाख मैट्रिक टन आलू रखने के लिए राज्य के पास जगह नहीं है. वहीं, राज्य में आलू की खपत भी करीब 60 लाख मैट्रिक टन की है, इसलिए बाकी आलू को राज्य सरकार अन्य राज्यों में भेज सकती है. कृषि मंत्री पुर्णेंदु बसु ने कहा कि इस संबंध में मुख्यमंत्री से बातचीत जारी है, उनकी मंजूरी के बाद ही आलू विदेशों में निर्यात किया जायेगा.