हाइकोर्ट में आत्महत्या की कोशिश
कोलकाता. कलकत्ता हाइकोर्ट में मुख्य न्यायाधीश मंजुला चेल्लूर व न्यायाधीश जयमाल्य बागची की अदालत में 80 वर्षीय एक वृद्ध ने न्याय की गुहार लगाते हुए आत्महत्या की कोशिश की. पर्णश्री चौरास्ते के संधीर पल्ली के रहने वाले शंकर मांझी (80) ने न्याय की गुहार लगाते हुए अदालत में घुस कर आत्महत्या की कोशिश की. उनका […]
कोलकाता. कलकत्ता हाइकोर्ट में मुख्य न्यायाधीश मंजुला चेल्लूर व न्यायाधीश जयमाल्य बागची की अदालत में 80 वर्षीय एक वृद्ध ने न्याय की गुहार लगाते हुए आत्महत्या की कोशिश की. पर्णश्री चौरास्ते के संधीर पल्ली के रहने वाले शंकर मांझी (80) ने न्याय की गुहार लगाते हुए अदालत में घुस कर आत्महत्या की कोशिश की. उनका आरोप है कि शुक्रवार सुबह उनके घर के करीब की जमीन को एक प्रमोटर असीम मंडल ने जबरन दखल कर लिया. इस संबंध में पहले ही मामला करने के लिए एक व्यक्ति से उन्होंने संपर्क किया था. आखिरकार वह सीधे मुख्य न्यायाधीश की अदालत में पहुंचे. जहर की एक शीशी लेकर उसे पीने की कोशिश की. लेकिन तत्परता के साथ उन्हें पकड़ लिया गया. मुख्य न्यायाधीश मंजुला चेल्लूर ने रजिस्ट्रार जनरल को बुला कर वृद्ध की बातें सुनने का निर्देश दिया.