आलू की उपज नियंत्रित करना चाहती है सरकार
-दाल की खेती पर दिया जायेगा विशेष जोरकोलकाता. राज्य में खपत से अधिक आलू होने की वजह से इसके लिए खरीदार ही नहीं मिल रहे हैं. यही कारण है कि यहां के आलू फसल नहीं बिकने के कारण वित्तीय संकट से जूझ रहे हैं. इसलिए राज्य सरकार यहां आलू की फसल को अब नियंत्रित करना […]
-दाल की खेती पर दिया जायेगा विशेष जोरकोलकाता. राज्य में खपत से अधिक आलू होने की वजह से इसके लिए खरीदार ही नहीं मिल रहे हैं. यही कारण है कि यहां के आलू फसल नहीं बिकने के कारण वित्तीय संकट से जूझ रहे हैं. इसलिए राज्य सरकार यहां आलू की फसल को अब नियंत्रित करना चाहती है, ताकि यहां आवश्यकता से अधिक मात्रा में इसका उत्पादन ना हो. यह जानकारी सोमवार को राज्य के कृषि मंत्री पूर्णेंदु बसु ने दी. उन्होंने बताया कि आलू की बजाय राज्य सरकार यहां किसानों को दाल की खेती करने के लिए प्रोत्साहित करेगी. क्योंकि देश में दाल की उपज आज भी कम होती है, इसलिए अन्य देशों से यहां दाल आयात करना पड़ता है. अगर किसान आलू की जगह दाल की खेती करते हैं तो उनकी आमदनी भी अधिक होगी. उन्होंने कहा कि इस संबंध में राज्य सरकार ने एक विशेषज्ञ कमेटी का गठन किया है, जो दाल की खेती की संभावनाओं को लेकर रिपोर्ट तैयार कर रही है. बंगाल की जलवायु के अनुसार यहां किस दाल की खेती की जा सकती है, इसकी समीक्षा की जा रही है. समीक्षा रिपोर्ट मिलते ही राज्य सरकार इस ओर आगे बढ़ेगी.