सिलीगुड़ी: नदिया जिले के रानाघाट में एक नन के साथ गैंगरेप कांड को लेकर सोमवार को सिलीगुड़ी महकमा क्षेत्र के ईसाई समुदाय में भी खूब उबाल देखा गया. दोषियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर समुदाय के चार हजार से भी अधिक लोग सिलीगुड़ी की सड़क पर उतरे और विशाल मौन जुलूस निकाला.
साथ ही सभी ने काला बैच लगाकर आज के दिन को काला दिवस के रुप में पालित किया. विरोध प्रदर्शन से पहले सिलीगुड़ी यूनाइटेड क्रिश्चियन फोरम के नेतृत्व में स्थानीय प्रधाननगर स्थित चर्च में प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया. इस सभा में महकमा क्षेत्र के सभी 134 चर्च व दर्जनों चाय बगानों से इशु अनुयायियों का जमावड़ा लगा. सभा के बाद मौन जुलूस चर्च से शुरू हुआ, जो मुख्य सड़कों का परिभ्रमण करते हुए बाघाजतीन पार्क में पहुंचकर समाप्त हुआ.
दोषियों की अब-तक गिरफ्तारी न होने के कारण जुलूस में प्रदर्शनकारियों ने प्ले कार्ड के माध्यम से ममता के खिलाफ आवाज तल्ख की. इस बीच फोरम के सचिव आशीष विश्वास के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि दल एसडीओ के माध्यम से सीएम को ज्ञापन भेजा. इनलोगों ने कहा कि 72 वर्षीय नन के साथ गैंग रेप जैसी घटना बेहद दर्दनाक और दुखदायी है. लेकिन इससे भी बड़ा दर्द यह है कि अब तक दोषियों की गिरफ्तारी नहीं हो पायी है. राज्य की ममता बनर्जी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि राज्य सरकार की दृढ़ इच्छाशक्ति के कमी के कारण ही दोषियों की अब तक गिरफ्तारी नहीं हुई है. सभी आरोपियों के चेहरे सीसीटीवी में कैद है और उनकी साफ-साफ पहचान की जा सकती है.
उसके बाद भी राज्य की पुलिस और सीआइडी उन आरोपियों को पकड़ने में कामयाब नहीं हुई है. इनलोगों ने कहा कि राज्य पुलिस शुरू से ही इस मामले में ढुलमुल रवैया अपना रही है. अब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस घटना की जांच सीबीआइ से कराने की घोषणा कर एक तरह से इस मामले की लीपापोती करने की कोशिश की है. राज्य सरकार तथा सीआइडी का सबसे पहल काम दोषियों को गिरफ्तार करना है. आज के मौन जुलूस में चर्च द्वारा संचालित विभिन्न स्कूलों के बच्चे भी शामिल हुए. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर दोषियों की जल्द गिरफ्तारी नहीं होती है तो पूरे उत्तर बंगाल में आंदोलन किया जायेगा.