नगर निकाय चुनाव: टिकट को लेकर भाजपा में घमसान, कार्यकर्ताओं में झड़प
कोलकाता: राज्य में नगर निकाय चुनाव को लेकर प्रदेश भाजपा में घमसान मचा है. टिकट बंटवारे पर पार्टी में मारपीट की भी नौबत आ गयी है. मंगलवार को राज्य भाजपा मुख्यालय के सामने पार्टी कार्यकर्ता आपस में भिड़ गये. कुछ कार्यकर्ताओं ने हाथों में डंडे लेकर मारपीट की. प्रदर्शनकारियों का आरोप था कि पार्टी में […]
कोलकाता: राज्य में नगर निकाय चुनाव को लेकर प्रदेश भाजपा में घमसान मचा है. टिकट बंटवारे पर पार्टी में मारपीट की भी नौबत आ गयी है. मंगलवार को राज्य भाजपा मुख्यालय के सामने पार्टी कार्यकर्ता आपस में भिड़ गये. कुछ कार्यकर्ताओं ने हाथों में डंडे लेकर मारपीट की. प्रदर्शनकारियों का आरोप था कि पार्टी में अरसे से खून-पसीना बहाने के बावजूद उन्हें टिकट नहीं दिया गया. इसके अलावा उन्होंने टिकट वितरण में धांधली का भी आरोप लगाया.
पिछले तीन दिनों से भाजपा कार्यालय के सामने चल रहे विरोध प्रदर्शनों का दौर मंगलवार को मारपीट में बदल गया. उधर, अनुशासनहीनता के आरोप में पार्टी ने तीन कार्यकर्ताओं विशाल जायसवाल, मानव शर्मा और मोहम्मद अली को निष्कासित कर दिया है. भाजपा की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में यह जानकारी दी गयी. इसी बीच, भाजपा से निष्कासित विशाल जायसवाल ने जोड़ासांको थाने में राज्य पार्टी नेता रितेश तिवारी, प्रदीप घोष, गोपाल, अनिल गोयल, प्रताप बनर्जी, समिरन साहा, आदित्य टंडन, इंद्रजीत सिन्हा, यसवंत सिंह व रवींद्र चटर्जी के खिलाफ मारपीट की प्राथमिकी दर्ज करवायी है.
सुबह से ही नारेबाजी का दौर
सुबह से ही भाजपा कार्यालय में नारेबाजी का दौर चल रहा था. दोपहर होते-होते पुलिस की मौजूदगी में ही प्रदर्शनकारियों के साथ पार्टी नेतृत्व के करीब रहने वाले कार्यकर्ताओं की झड़प हो गयी. प्रदर्शनकारियों ने प्रदेश अध्यक्ष राहुल सिन्हा के खिलाफ नारे लगाये.
बाद में राहुल सिन्हा ने कहा कि नये बनने वाले सदस्यों में भी कुछ गलत लोग घुस आये हैं. पार्टी के सदस्यों की तादाद एक लाख से बढ़कर 33 लाख हो गयी है. कुछ गलत लोग भी इसमें आये हैं. लेकिन उन्हें आइकार्ड देते वक्त पार्टी इसकी स्क्रीनिंग कर लेगी. उन्होंने बताया कि बीरभूम के जिलाध्यक्ष दूधकुमार मंडल का इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया है. वहां अजरुन साहा को संयोजक बनाया गया है. इधर मीडिया में दूधकुमार मंडल ने कहा है कि प्रदेश इकाई के पदाधिकारियों ने कुछ मामलों में सीटों के लिए पैसे लिये हैं. लिहाजा मंडल को इसका प्रमाण देने के लिए कहा गया है. सिन्हा ने कहा कि यदि कोई भी पदाधिकारी दोषी पाया जाता है तो उसकी जिम्मेदारी वह खुद लेंगे. क्योंकि प्रदेश इकाई के नेताओं की वहां सीटों के लिए उम्मीदवार तय करने में कोई भूमिका ही नहीं थी. यह वार्ड, मंडल, जिला के नेताओं के अलावा दो पर्यवेक्षकों की सर्वसम्मति और कुछ मामलों में उनके बीच बहुमत से फैसला लिया गया. सिन्हा ने कहा कि कांदी में नेत्री माला भट्टाचार्य से र्दुव्यवहार करने वाले दो कार्यकर्ताओं को निष्कासित करने का फैसला लिया गया है.
विशाल जायसवाल के समर्थकों ने किया विरोध: इधर, कोलकाता नगर निगम में वार्ड 38 से पूर्व घोषित प्रत्याशी विशाल जायसवाल के बदले मदन लाल गुप्ता को उम्मीदवार बनाया गया है. इसके विरोध में विशाल जायसवाल समर्थक भाजपाकार्यकर्ताओं ने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के खिलाफ घंटों नारेबाजी की.
‘‘ नगरपालिकाओं की दो हजार सीटों में से केवल 30-35 सीटों के लिए ही विवाद हो रहा है. पहले पार्टी इसे टिकट नहीं मिलने वाले कुछ कार्यकर्ताओं की नाराजगी समझ रही थी. इसे रोकने के लिए कोई कदम भी नहीं उठाया गया लेकिन अब ऐसा नहीं किया जायेगा. पार्टी अनुशासनहीनता को बरदाश्त नहीं करेगी. दरअसल माकपा व तृणमूल के कुछ लोग पार्टी में घुस आये हैं. वही यह सब कर रहे हैं.
– राहुल सिन्हा, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष
– राहुल सिन्हा, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष