राज्य में चौदहवें आलू किसान ने दे दी जान
जलपाईगुड़ी: चिटफंड कंपनी के धोखे का शिकार होने वाले एक एजेंट ने आत्महत्या कर ली. वह पेशे से आलू किसान था. घटना धूपगुड़ी ब्लॉक के सालबाड़ी एक नंबर ग्राम पंचायत के नाथुआ इलाके की है. मृत आलू किसान का नाम नित्यगोपाल वर्मन (42) है. वह नाथुआ इलाके के फटकटार गांव का रहनेवाला था. बुधवार सुबह […]
जलपाईगुड़ी: चिटफंड कंपनी के धोखे का शिकार होने वाले एक एजेंट ने आत्महत्या कर ली. वह पेशे से आलू किसान था. घटना धूपगुड़ी ब्लॉक के सालबाड़ी एक नंबर ग्राम पंचायत के नाथुआ इलाके की है. मृत आलू किसान का नाम नित्यगोपाल वर्मन (42) है. वह नाथुआ इलाके के फटकटार गांव का रहनेवाला था.
बुधवार सुबह उसके घर से थोड़ी दूरी पर एक पेड़ से उसका लटकता शव बरामद किया गया. पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंच कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. इस तरह पश्चिम बंगाल में हाल में खुदकुशी करने वाले आलू किसानों की संख्या बढ़ कर 14 हो गयी है.
आलू किसान नित्यगोपाल वर्मन जिस चिटफंड कंपनी के लिए काम करता था, वहां स्थानीय निवासी बुटेश्वर वर्मन ने भी रुपये निवेश किये थे. बुटेश्वर वर्मन ने बताया कि नित्यगोपाल के पास गांववालों ने कई पॉलिसी की थी. गांव के लोग उससे रुपये वापस करने का अनुरोध कर रहे थे. नित्यगोपाल ने आश्वासन दिया था कि जल्द ही वह निवेशकों के रुपये वापस कर देगा. इसके बाद यह घटना घटी. अब रुपये कहां से मिलेंगे, यह सोच कर गांववाले परेशानी में पड़ गये हैं.
मानसिक तनाव में था: सालबाड़ी एक नंबर ग्राम पंचायत के सदस्य शरत चंद्र साहा ने बताया कि नित्यगोपाल चिटफंड कंपनी में एजेंट के तौर पर काम करता था. निवेशकों के रुपये वापस नहीं दे पाने के कारण वह काफी दिनों से मानसिक तनाव में था. उसके पिता पूण्यचंद्र वर्मन ने बताया कि उसके बेटे ने अपने पांच बीघा जमीन के अलावा और 10 बीघा जमीन लीज पर लेकर आलू का उत्पादन किया था. उसने लोन पर रुपये लिये थे या नहीं इस बारे में परिवार के सदस्य अनजान हैं. इधर,पुलिस उसकी मौत का कारण जानने के लिए जांच में जुट गयी है.