हावड़ा नगर निगम. माकपा पार्षद के साथ धक्का-मुक्की, बजट पर चर्चा के दौरान हंगामा

हावड़ा: हावड़ा नगर निगम मुख्यालय में सोमवार को बजट पर चर्चा के दौरान जमकर हंगामा हुआ. माकपा व भाजपा के पार्षदों को बोलने से रोका गया. माकपा पार्षद अशरफ जावेद के साथ धक्का-मुक्की व मारपीट करने का आरोप है. भाजपा की पार्षद अनिता सिंह व गीता राय ने बोलने से रोका गया. हंगामे के बीच […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 31, 2015 6:52 AM
हावड़ा: हावड़ा नगर निगम मुख्यालय में सोमवार को बजट पर चर्चा के दौरान जमकर हंगामा हुआ. माकपा व भाजपा के पार्षदों को बोलने से रोका गया. माकपा पार्षद अशरफ जावेद के साथ धक्का-मुक्की व मारपीट करने का आरोप है. भाजपा की पार्षद अनिता सिंह व गीता राय ने बोलने से रोका गया. हंगामे के बीच विपक्षी दल के नेता वाकआउट कर गये. इस दौरान वर्ष 2015-16 का बजट पास कर दिया गया.
चर्चा के दौरान क्या हुआ
वर्ष 2015-16 के बजट पर चर्चा के लिए सोमवार दोपहर लगभग ढाई बजे सत्ता व विपक्ष के पार्षद निगम मुख्यालय परिसर स्थित एनेक्स भवन की छठी मंजिल पर इकट्ठा हुए. परंपरा के अनुरूप निगम के चेयरमैन अरविंद गुहा ने अपने संबोधन के साथ चर्चा सत्र का शुभारंभ किया.
बजट पर चर्चा के दौरान 31 नंबर वार्ड के माकपा पार्षद अशरफ जावेद अपना सवाल उठाया. उन्होंने नगर निगम में हाल ही में हुई नियुक्तियों पर सवाल उठाते हुए इसमें भ्रष्टाचार का आरोप लगाया. इस पर उन्हें सत्तापक्ष के लोगों ने बोलने से रोक दिया. धक्का-मुक्की करने का भी आरोप है. इसके बाद अशरफ जावेद हॉल से वाकआउट कर गये.
भाजपा की पार्षद अनिता सिंह ने भी आरोप लगाया है कि उन्हें बोलने नहीं दिया गया. इस घटना के बाद थोड़ी देर के लिए हॉल में स्थिति तनावपूर्ण हो गयी. हॉल में बैठे विपक्षी पार्षदों के साथ सत्ताधारी दल के पार्षद भी सहमे हुए दिखे. लगभग 15 मिनट तक चले इस ड्रामा के बाद स्थिति सामान्य हुई. इसके बाद बजट को सर्वसम्मति से पास कर दिया गया.
वर्तमान में 50 सीटोंवाले नगर निगम में 45 सीटों पर तृणमूल का कब्जा है, जबकि केवल चार सीटों पर विपक्ष काबिज है. इनमें भाजपा की दो, माकपा के दो व कांग्रेस की एक पार्षद हैं.
किसने क्या कहा
विपक्ष का पार्षद होने के नाते मेरे पास कुछ सवाल थे. मैं मुख्य रूप से निगम में हाल में हुई नियुक्तियों में भ्रष्टाचार, पेयजल संकट व आम लोगों से जुड़े अन्य मसलों पर मेयर का ध्यान खींचना चाह रहा था, लेकिन जैसे ही मैंने नियुक्ति में भ्रष्टाचार के मुद्दे पर बोलने की कोशिश की, मुङो बोलने से रोक दिया गया. धक्का-मुक्की की गयी. मेरे साथ मारपीट की गयी.
अशरफ जावेद, पार्षद, माकपा, 31 नंबर वार्ड
बजट पर चर्चा के लिए निगम की ओर से हम सभी को आमंत्रित किया गया था. विपक्ष के नाते हमारे पास भी कुछ सवाल थे. मेरे सवाल के दौरान सत्तापक्ष के लोगों ने जोरदार हंगामा शुरू कर दिया. मुङो नहीं बोलने के लिए विवश किया गया. तृणमूल पार्षदों के इस रवैये से संसदीय मर्यादा की क्षति हुई है. इस घटना ने विपक्ष की महत्ता को कम किया है.
अनिता सिंह, भाजपा पार्षद, वार्ड नंबर 17
माकपा व भाजपा पार्षदों के आरोप पूरी तरह बेबुनियाद हैं. तृणमूल बोर्ड विपक्ष की महत्ता को भलीभांति समझता व पूरा सम्मान करता है. वर्तमान में कुछ विपक्षी दलों के पार्षदों के वार्ड में जितना विकास कार्य हुआ है, मेरे वार्ड में भी नहीं हुआ होगा. माकपा के पार्षद का सवाल करने से रोकने व उनके साथ मारपीट करने का आरोप बिलकुल गलत है.
डॉक्टर रथीन चक्रवर्ती, मेयर , हावड़ा नगर निगम

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