श्रीकांत शर्मा, कोलकाता
पूर्व रेलवे के 143 रेलवे स्टेशनों की 3,764 एडवांस वीडियो सर्विलांस सिस्टम (वीएसएस) से नजरदारी की जा रही है. उन्नत प्रौद्योगिकी का उपयोग कर कैमरों से स्टेशनों के चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाकर्मियों की पैनी नजर है. जानकारी के अनुसार पूर्व रेलवे के हावड़ा, सियालदह, आसनसोल और मालदा मंडलों के 143 स्टेशनों पर अत्याधुनिक एडवांस वीडियो सर्विलांस कैमरे लगाये गये हैं.साथ ही उन स्टेशनों पर 540 एफआरएस (फेशियल रिकॉग्निशन सिस्टम) और 570 पैनिक बटन के साथ-साथ वीडियो एनालिटिक सुविधाएं भी स्टॉल कर दी गयी हैं. ये अत्याधुनिक कैमरे स्टेशनों के प्लेटफॉर्म, प्रवेश और निकास द्वार, टिकट काउंटर, प्रतीक्षालय, पार्किंग एरिया, नियंत्रण कक्ष, परिचालन केंद्र जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में लगाये गये हैं.
क्या है खासियत : वीएसएस कैमरों की खासियत है कि ये रियल टाइम निगरानी प्रणाली से लैस हैं. कैमरों से प्राप्त वीडियो फीड की निगरानी रेलवे सुरक्षा कर्मियों द्वारा वास्तविक समय में की जाती है, जिससे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की त्वरित पहचान और उसे पकड़ा जा सके. कैमरों द्वारा कैप्चर की गयी फुटेज को रिकॉर्ड किया जाता है और एक निश्चित अवधि के लिए संग्रहीत किया जाता है. वीएसएस में हाइ डेफिनिशन कैमरे, पैन-टिल्ट-जूम (पीटीजेड) कैमरे, फोर के यूएचडी कैमरे और स्वचालित वीडियो एनालिटिक्स जैसी आधुनिक तकनीक भी शामिल हैं. एक अधिकारी ने बताया कि इन कैमरों से हजारों लोगों की भीड़ में चल रहे किसी भी शख्स का चेहरा जूम कर देखा जा सकता है. चेहरे को जूम कर किसी अपराधी की निशानदेही आसानी से की जा सकता है.अत्याधुनिक वीडियो निगरानी प्रणाली (वीएसएस) परियोजना के तहत पूर्व रेलवे में चारों मंडलों में अत्याधुनिक वीडियो निगरानी प्रणाली (वीएसएस) परियोजना लागू की है. इस परियोजना के तहत हावड़ा डिविजन के 142 स्टेशनों, सियालदह के 142, आसनसोल के 53 और मालदा डिविजन के 55 स्टेशनों पर स्टॉल किया गया है. पूर्व रेलवे में वीएसएस कार्य दो चरणों में बांटा गया है. पहले चरण के तहत 231 स्टेशनों को कवर किया जायेगा और दूसरा चरण में पूर्व रेलवे के 161 स्टेशनों पर वीएसएस कैमरे लगाये जायेंगे.
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