श्रमिकों की उपेक्षा कर रही केंद्रीय सरकार
आसनसोल : हिंद मजदूर सभा (एचएमएस) से संबद्ध कोयला मजदूर कांग्रेस (केएमसी) का कार्यकर्ता सम्मेलन रविवार को स्थानीय रवींद्र भवन में संपन्न हुआ. उदघाटन केंद्रीय यूनियन के राष्ट्रीय महासचिव हरभजन सिंह सिद्धू ने दीप प्रज्वलित कर किया. 25 को होगा राष्ट्रव्यापी आंदोलन उद्घाटन संबोधन में उन्होंने कहा कि ठेका श्रमिक उन्मूलन अधिनियम लागू होने के […]
आसनसोल : हिंद मजदूर सभा (एचएमएस) से संबद्ध कोयला मजदूर कांग्रेस (केएमसी) का कार्यकर्ता सम्मेलन रविवार को स्थानीय रवींद्र भवन में संपन्न हुआ. उदघाटन केंद्रीय यूनियन के राष्ट्रीय महासचिव हरभजन सिंह सिद्धू ने दीप प्रज्वलित कर किया.
25 को होगा राष्ट्रव्यापी आंदोलन
उद्घाटन संबोधन में उन्होंने कहा कि ठेका श्रमिक उन्मूलन अधिनियम लागू होने के बावजूद देश के कई सरकारी कंपनियों में ठेका श्रमिकों से 12 महीने तक लगातार कार्य लिये जाते है. इस कानून को सख्ती से कभी लागू नहीं किया गया. नियमानुसार नियमित रुप से कार्य करनेवाले ठेका श्रमिकों को स्थायी करना होगा.
उन्होंने कहा कि ठेका प्रथा के कारण श्रमिकों से बंधुआ मजदूरों की तरह काम लिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि महंगाई पर नियंत्रण, ठेका प्रथा बंद करने, मंहगाई भत्ता (डीए) के साथ 10 हजार रुपये न्यूनतम वेतन, ठेका कर्मियों का स्थायीकरण, पेंशन का अधिकार समेत 10 सूत्री मांगों के समर्थन में पूरे देश में सभी केंद्रीय यूनियनों ने संयुक्त रुप से 20-21 फरवरी को अखिल भारतीय हड़ताल की थी. इसके बाद प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह ने आश्वासन दिया था कि ट्रेड यूनियनों की मांगों पर विचार किया जायेगा.
लेकिन कई माह बीत जाने के बावजूद इस दिशा में कोई पहल नहीं हुई. नयी दिल्ली में देश के 11 श्रम संगठनों से निर्णय लिया कि 25 सितंबर को उन मांगों के समर्थन में पूरे देश में जोरदार आंदोलन होगा. धरना, प्रदर्शन, सड़क जाम से लेकर रेल रोको तक के आंदोलन होंगे. उन्होंने कहा कि देश के सभी मुनाफा वाली सरकारी कंपनियों व कारखानों को विदेशी हाथों में सौंपने नहीं दिया जायेगा. सरकारी श्रम कानून को सख्ती से लागू करने होंगे.
मंत्रियों का समूह भी विफल
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने चार सदस्यीय मंत्रियों को लेकर एक टीम बनायी थी कि वह मांगों पर पहल करेंगी. लेकिन दो माह से अधिक समय बीत जाने के बाद भी ट्रेड यूनियनों की इस मांग पर कोई पहल नहीं हुई. 12 दिसंबर को नयी दिल्ली में संसद के समक्ष जोरदार प्रदर्शन होगा.
रेलवे की तर्ज पर नियम कोयला उद्योग में
एचएमएस के महासचिव श्री सिद्धू ने कहा कि कोयला खदानों में कठोर परिश्रम होने पर श्रमिकों को शारीरिक क्षति होती है. इसलिए रेलवे की तरह यहां भी लेबोराइज वोलेंटियर सर्विस की व्यवस्था शुरू की जाये. ताकि श्रमिक को स्वेच्छा सेवानिवृत्त देकर उनके लिए पेंशन की व्यवस्था करने के साथ– साथ उनके आश्रित को भी नौकरी दी जा सके.
सभा की अध्यक्षता एचएमएस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राजकुमार सिंह ने की. इसमें राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भोलानाथ तिवारी, एचएमएस के प्रदेश महासचिव समीर राय, झारखंड प्रदेश प्रभारी सुधीर सहाय, केएमसी के केंद्रीय सहायक सचिव हरिलाल सोनी, मुख्य संगठन सचिव आरके त्रिपाठी, सचिव अमर सिंह, विनोद सिंह, अपराजित बनर्जी, उपेंद्र पासवान, शांतिभूषण प्रसाद, रेणुका देवी, सुरेंद्र यादव, नंदकिशोर गोप, कुलदीप महतो, एसएन सिंह, अशोक पांडेय, वाइ सिंह आदि मौजूद थे. संचालन यूनियन के महासचिव राकेश कुमार ने की.
विभिन्न कंपनियों के प्रतिनिधि शामिल
हिंदू मजदूर सभा के राष्ट्रीय महासचिव हरभजन सिंह सिद्धू का आसनसोल रेलवे स्टेशन से जोरदार स्वागत किया गया. उन्हें बाइक पर सवार सैकड़ों कर्मी पहले शीतलपुर गेस्ट हाउस तक ले गये. इसके बाद आठ सौ बाइकों पर सवार कर्मी जुलूस के रुप में उनकी आगवानी करते हुये उन्हें रवींद्र भवन तक ले आये. रास्ते में विभिन्न स्थानों परर यूनियन समर्थकों ने उनका जोरदार अभिनंदन किया.
इस सम्मेलन में इसीएल के राजमहल से झांझरा तक सभी 16 एरिया के यूनियन प्रतिनिधि, चिरेका के यूनियन प्रतिनिधि, एनसीएल (सिंगरौली), बोकारो स्टील प्लांट, हिंदाल्को, भेल से कर्मी शामिल हुए थे. रवींद्र भवन में उनका पारंपरिक स्वागत किया गया. रवींद्र भवन में आयोजित कर्मी सम्मेलन में 2200 प्रतिनिधि शामिल हुए थे. अवसर पर बच्चों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया.