सांप्रदायिक हिंसा फैला रहे मोदी: ममता

कोलकाता: केंद्र सरकार के भूमि अधिग्रहण विधेयक का विरोध करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व में निकाली गयी तृणमूल कांग्रेस की रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा गया. बुधवार को मौलाली से निकला जुलूस गांधी मूर्ति के सामने सभा में तब्दील हो गया. यहां ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री पर सांप्रदायिक हिंसा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 9, 2015 6:41 AM
कोलकाता: केंद्र सरकार के भूमि अधिग्रहण विधेयक का विरोध करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व में निकाली गयी तृणमूल कांग्रेस की रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा गया. बुधवार को मौलाली से निकला जुलूस गांधी मूर्ति के सामने सभा में तब्दील हो गया. यहां ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री पर सांप्रदायिक हिंसा फैलाने का आरोप लगाया. साथ ही उन्हें सेल्फी और बयानबाजी में लिप्त रहनेवाला बताया.
भूमि अधिग्रहण विधेयक वापस लेने की मांग
ममता बनर्जी ने जमीन बिल को वापस लेने की मांग करते हुए कहा कि बंगाल को सांप्रदायिक हिंसा की आग में झोंकने की कोशिश हो रही है. देश भर में गिरजाघर तोड़े जा रहे हैं. नरेंद्र मोदी के भाषण की नकल उतारते हुए उन्होंने कहा कि वह कैमरा देख कर ‘मित्रों’ कहते हैं और ‘मन की बात’ में झूठ कहते हैं, लेकिन देश में आपातकालीन जैसे हालात हैं.

लेकिन क्या ‘मन की बात ’ जब उनका दिमाग नहीं है. वह सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने में जुटे हुए हैं. तृणमूल को दी गयी सीबीआइ के नोटिस के संबंध में उन्होंने कहा कि तृणमूल गरीब पार्टी है. हमसे जवाब मांगा जा रहा है. जवाब मांगनेवालों का क्या अधिकर है. वह लगातार होनेवाले चुनावों में इतना भारी खर्च करनेवालों से जवाब मांगते हैं. तृणमूल अपना हिसाब चुनाव आयोग व आयकर विभाग को देती है. जब भी चुनाव आते हैं, नोटिस भेजने का सिलसिला शुरू हो जाता है.

सुश्री बनर्जी ने कहा कि अब तो लगातार ‘पॉलिटिकल इंटरेस्ट लिटिगेशन’ दायर की जा रही है. उन्हें भाषण देने से रोकने के लिए भी मामला किया गया. ममता बनर्जी ने दावा किया कि निगम व नगरपालिका चुनाव शांतिपूर्ण होंगे. उनका कहना था कि जो राज्य में आतंक का आरोप लगा रहे हैं, उन्हें याद रखना चाहिए कि यहां लोकतंत्र है, इसलिए ही वे आरोप लगा पा रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में भाजपा, माकपा व कांग्रेस मिले हुए हैं.

Next Article

Exit mobile version