नेपाल भारत मैत्री मंच की द्वितीय साहित्यिक संगोष्ठी
फोटो भी है.कोलकाता. भारत नेपाल जनमैत्री सांस्कृतिक मंच की ओर से महानगर के गोर्की सदन में द्वितीय साहित्यिक संगोष्ठी का आयोजन किया गया. इस अवसर पर दोनों देशों के विद्वान साहित्यकारों ने अपने-अपने विचारों से उपस्थित लोगों को अवगत कराया. इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि नेपाल एकेडमी के कुलपति गंगा प्रसाद उपरेते और भारत के […]
फोटो भी है.कोलकाता. भारत नेपाल जनमैत्री सांस्कृतिक मंच की ओर से महानगर के गोर्की सदन में द्वितीय साहित्यिक संगोष्ठी का आयोजन किया गया. इस अवसर पर दोनों देशों के विद्वान साहित्यकारों ने अपने-अपने विचारों से उपस्थित लोगों को अवगत कराया. इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि नेपाल एकेडमी के कुलपति गंगा प्रसाद उपरेते और भारत के कवि व लेखक मानवेंद्र बनर्जी को कार्यक्रम के संयोजक और सांस्कृतिक मंच के सचिव नारायण प्रसाद होमगई ने सम्मानित किया. इस कार्यक्रम के अन्य विशिष्ट अतिथियों में काउंसिल जनरल ऑफ नेपाल चंद्र कुमार घिमिरे, दार्जिलिंग विधानसभा के विधायक हरका बहादुर क्षेत्री, वरिष्ठ असमी साहित्यकार लाल बहादुर क्षेत्री, सिक्किम विश्वविद्यालय के प्राध्यापक बलराम पांडेय, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग के प्रधान डॉ दिवाकर, दार्जिलिंग की डॉ रिमिका थापा, देहरादून के उदय ठाकुर को भी सम्मानित किया गया. इसके अलावा कोलकाता के आलोचक कृष्ण बिहारी मिश्रा, बांग्ला से नेपाली अनुवादक सुविमल बसाक को भी कार्यक्रम में सम्मानित किया गया. इसके साथ ही कार्यक्रम के दूसरे सत्र में शेखर खरेल ने ट्रेंड इन नेपाली लिटरेचर एंड चैलेंजेज तथा बीएचयू के डॉ दिवाकर प्रधान ने रेनेसां इन द साउथ एशियन लिटरेचर पर अपने शोध को प्रस्तुत किया. इसके साथ ही भारतीय और नेपाली भाषाओं के मध्य अंतरसंबंध विषय पर एक पैनल डिस्कशन का भी आयोजन किया गया, जिसमें डॉ कृपाशंकर चौबे, विश्व भारती के निदेशक डॉ राम कुमार मुखर्जी आदि शामिल थे.