निकाय चुनाव में हिंसा की आशंका : सूर्यकांत
कोलकाता. निकाय चुनाव के पहले ही हिंसक घटनाएं सामने आ रही हैं. विपक्षी दलों के उम्मीदवारों को धमकी दी जा रही है. उन्हें प्रचार से रोका जा रहा है. यह आरोप लगाते हुए माकपा के राज्य सचिव डॉ सूर्यकांत मिश्रा ने मंगलवार को निकाय चुनाव के दौरान हिंसा होने की आशंका व्यक्त की. आरोप के […]
कोलकाता. निकाय चुनाव के पहले ही हिंसक घटनाएं सामने आ रही हैं. विपक्षी दलों के उम्मीदवारों को धमकी दी जा रही है. उन्हें प्रचार से रोका जा रहा है. यह आरोप लगाते हुए माकपा के राज्य सचिव डॉ सूर्यकांत मिश्रा ने मंगलवार को निकाय चुनाव के दौरान हिंसा होने की आशंका व्यक्त की. आरोप के मुताबिक पहले ऐसी स्थिति कभी नहीं बनी, जब विपक्षी उम्मीदवारों को नामांकन भरने नहीं दिया गया हो और नामांकन के बाद भी उन्हें इसे वापस लेने के लिए विवश किया जा रहा है. पूर्व वाम मोरचा सरकार के सत्ता में रहने के दौरान ऐसा कभी नहीं हुआ कि विपक्षी दलों के नैतिक अधिकारों के हनन की कोशिश की गयी हो. उन्होंने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस का लोकतंत्र में विश्वास नहीं है और इसलिए वह हिंसा और अलोकतांत्रिक रास्ते अपना रही है. स्वतंत्र व निष्पक्ष चुनाव नहीं होने देने की कोशिश जारी है, लेकिन हमें लोगों पर पूरा भरोसा है. इधर, राज्य चुनाव आयोग के आयुक्त सुशांत रंजन उपाध्याय का कहना है कि आयोग के समक्ष जब भी कोई शिकायत मिलती है, तो कार्रवाई होती है. विपक्ष के आरोपों को खारिज करते हुए तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ज्योतिप्रिय मल्लिक ने कहा कि राजनीतिक रूप से दिवालिया माकपा हिंसा को मुद्दा बनाने में लगी हुई है, क्योंकि उसका जनाधार समाप्त हो गया है. उनके आरोप निराधार हैं. वास्तव में उनका आरोप लगाना यह साबित करता है कि राज्य में लोकतांत्रिक माहौल है. उन्होंने आरोप लगाया कि वाम मोरचा सरकार के सत्ता में रहने के दौरान विपक्ष को बोलने की अनुमति तक नहीं दी जाती थी.