विरोध प्रदर्शन: इंटाली थाने का किया घेराव, सौंपा ज्ञापन टैक्सी व मेटाडोर हड़ताल 22 को

कोलकाता: बेलियाघाटा स्थित कार्यालय तोड़े जाने से क्षुब्ध एटक समर्थित टैक्सी और मेटाडोर और मिनीडोर ऑपरेटर्स यूनियन ने मंगलवार को शाम को इंटाली थाना का घेराव किया और थाना प्रभारी को ज्ञापन देते हुए चेतावनी दी कि यदि 21 अप्रैल तक दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गयी, तो वे लोग 22 अप्रैल को 24 […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 15, 2015 6:21 AM
कोलकाता: बेलियाघाटा स्थित कार्यालय तोड़े जाने से क्षुब्ध एटक समर्थित टैक्सी और मेटाडोर और मिनीडोर ऑपरेटर्स यूनियन ने मंगलवार को शाम को इंटाली थाना का घेराव किया और थाना प्रभारी को ज्ञापन देते हुए चेतावनी दी कि यदि 21 अप्रैल तक दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गयी, तो वे लोग 22 अप्रैल को 24 घंटे का टैक्सी और मेटाडोर-मिनीडोर हड़ताल करेंगे. इसके साथ ही उच्च न्यायालय में मामला किया जायेगा.

मंगलवार को कोलकाता मेटाडोर-मिनीडोर ऑपरेटर्स यूनियन व कोलकाता टैक्सी ऑपरेटर्स यूनियन के आह्वान में दक्षिण कोलकाता के पार्क सर्कस, टालीगंज, कूंदघाट, भवानीपुर व उत्तर कोलकाता के कई इलाकों से भारी संख्या में परिवहन श्रमिक इंटाली थाने के सामने एकत्रित हुए. लगभग एक घंटे तक थाने का सामने प्रदर्शन किया.

एटक के प्रदेश महासचिव रणजीत गुहा, सचिव केशव बनर्जी व एटक के सचिव और वरिष्ठ परिवहन श्रमिक नेता नवल किशोर श्रीवास्तव ने वक्तव्य रखा. उसके बाद कोलकाता मेटाडोर-मिनीडोर ऑपरेटर्स यूनियन के अध्यक्ष एकराम खान, संयुक्त सचिव मुकेश तिवारी, कोलकाता टैक्सी ऑपरेटर्स यूनियन के महासचिव नवल किशोर श्रीवास्तव, उपाध्यक्ष मोहम्मद अख्तर, भुवनेश्वर वर्मा के प्रतिनिधिमंडल ने थाना में जाकर ज्ञापन सौंपा. श्री श्रीवास्तव ने कहा कि इसके पहले हमले के खिलाफ थाना प्रभारी, कोलकाता पुलिस आयुक्त व डीसी (इसीडी) को ज्ञापन भी दिया गया था, लेकिन अभी तक दोषियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई है.

इस कारण वे थाना घेराव के लिए बाध्य हुए हैं. उन्होंने कहा कि थाना प्रभारी ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया है. उन लोगों ने 21 अप्रैल तक मोहलत दी है. यदि कार्रवाई नहीं हुई, तो 22 अप्रैल को 24 घंटे की टैक्सी व मेटाडोर-मिनीडोर का हड़ताल किया जायेगा तथा डीसी इएसडी को ज्ञापन दिया जायेगा. उन्होंने कहा कि उन्हें, यूनियन के नेता दिलीप महतो और मुकेश तिवारी को तृणमूल समर्थित असामाजिक तत्वों द्वारा धमकी दी जा रही है, लेकिन वे लोग धमकी से डरने वाले नहीं है. उन लोगों का आंदोलन जारी रहेगा और उन लोगों को हमले की कोई परवाह नहीं है.

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