शिवसेना ने मुसलमानों, ईसाइयों के लिए आवश्यक रूप से परिवार नियोजन की मांग की

मुंबई. मुसलमानों का मताधिकार समाप्त करने की मांग से विवादों में आने के बाद शिवसेना ने बुधवार को कहा कि मुसलिमों और ईसाइयों की ‘बढ़ती’ आबादी पर रोक लगाने की खातिर उनके लिए परिवार नियोजन अनिवार्य किया जाना चाहिए.महाराष्ट्र में भाजपा की घटक दल ने अपने मुखपत्र ‘सामना’ में छपे एक संपादकीय में कहा, ‘केवल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 15, 2015 8:04 PM

मुंबई. मुसलमानों का मताधिकार समाप्त करने की मांग से विवादों में आने के बाद शिवसेना ने बुधवार को कहा कि मुसलिमों और ईसाइयों की ‘बढ़ती’ आबादी पर रोक लगाने की खातिर उनके लिए परिवार नियोजन अनिवार्य किया जाना चाहिए.महाराष्ट्र में भाजपा की घटक दल ने अपने मुखपत्र ‘सामना’ में छपे एक संपादकीय में कहा, ‘केवल बढ़ती आबादी से ही, कोई देश को पाकिस्तान बनाने की कोशिश कर सकता है, लेकिन परिवार को स्तरीय एवं स्वस्थ जीवन नहीं दे सकता.’ शिवसेना ने मुद्दे पर अखिल भारतीय हिंदू महासभा की उपाध्यक्ष साध्वी देवा ठाकुर के विचारों का समर्थन किया. हालांकि पार्टी ने कहा कि शब्दों का उनका चुनाव गलत हो सकता है.इसने कहा, ‘साध्वी देवा का कहना है कि मुसलमानांे और ईसाइयों की बढ़ती आबादी देश के लिए खतरनाक है और इसलिए उनकी जबरन नसबंदी की जानी चाहिए. उन्हें नसबंदी की जगह परिवार नियोजन शब्द का इस्तेमाल करना चाहिए था. ‘ ठाकुर ने शनिवार को कहा था कि मुसलमानों और ईसाइयों की बढ़ती आबादी हिंदुओं के लिए खतरा है और उसे रोकने लिए हर हाल में उनकी नसबंदी करायी जानी चाहिए.

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