श्री दासगुप्ता ने कहा कि बसों के अंदर-बाहर कुल तीन सीसीटीवी लगाये गये हैं, जिनमें से एक सामने, एक बीच में जबकि तीसरे को गाड़ी के पीछे लगाया गया है. उन्होंने बताया कि पीछे के कैमरे से आस-पास की सड़कों पर वाहनों की गतिविधियां रिकार्ड होगी.
उन्होंने कहा कि सीसीटीवी कैमरे की निगरानी से महिला यात्री रात में भी बसों में यात्रा करने में सुरक्षित महसूस करेंगी. जब पता होगा कि सीसीटीवी निगरानी हो रही है तो यात्र को लेकर भरोसा बढ़ेगा. प्रत्येक बस में 100 जीबी स्टोरेज क्षमता है और शुरुआत में सीसीटीवी से लिये गये फुटेज को तीन दिनों के लिए संग्रहित किया जायेगा. उन्होंने बताया कि लोगों को चोरी, टिकट कंडक्टर या बस ड्राइवर द्वारा र्दुव्यवहार किये जाने के बारे में या अन्य किसी दिक्कतों के लिए तीन दिन के भीतर ही बताना होगा. सीसीटीवी फुटेज से हादसों की जांच में भी मदद मिलेगी.
शिकायत मिलने के बाद मंगलवार रात को ही हरिशचंद्रपुर थाना की पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. पुलिस सूत्रों के अनुसार, मनाजिर हुसैन बिहार के आमदाबाद थानांतर्गत पहाड़पुर गांव का रहनेवाला है. घटना के बारे में मिली जानकारी के अनुसार, बच्ची अपने पिता के साथ मंगलवार दोपहर को खेत में गयी थी. उसके पिता खेत में पानी दे रहे थे. उस दौरान पास के खेत में मनाजिर हुसैन काम कर रहा था. बच्ची के पिता ने पुलिस को बताया कि उसकी अनुपस्थिति में उसकी बेटी को चॉकलेट देन का लालच दिखा कर मनाजिर उसे धान खेत में ले गया और उसके साथ दुष्कर्म किया.
बच्ची को बेहोशी की हालत में धान खेत से बरामद कर रात को ही उसे मालदा मेडिकल कॉलेज में भरती कराया गया. बच्ची के पिता ने यह भी बताया कि जब मनिजुर उसे ले गया था, तब वह समझ नहीं पाया. खेत में पानी देने का काम पूरा हो जाने के बाद उसने देखा कि उसकी बेटी जहां बैठी थी, वहां नहीं है. इसके बाद वह अपनी बेटी को तलाशने लगे. घटना की खबर फैलते ही इलाके में हलचल मच गयी. ग्रामीण एकजुट होकर आरोपी के पिता को पकड़कर पीटने के बाद उसने अपने बेटे का पता बताया. बाद में रात को ही पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया.