पिऑस एग्रो इंडस्ट्रीज पर सेबी ने लगायी रोक
एनटीपीसी में ठेकेदारों व सामग्री विक्रेताओं का सूचीकरण कोलकाता : एनटीपीसी भारत की सबसे बड़ी विद्युत उत्पादक कंपनी है जिसकी संस्थापित क्षमता 44398 मेगावाट है. यह ताप (कोयला और गैस), सौर और जल विद्युत के क्षेत्र में विद्युत उत्पादन कर रही है. अपनी परिचालन तथा अनुरक्षण आवश्यकताओं के लिए विद्युत संयंत्र प्रति वर्ष लगभग 2000 […]
एनटीपीसी में ठेकेदारों व सामग्री विक्रेताओं का सूचीकरण
कोलकाता : एनटीपीसी भारत की सबसे बड़ी विद्युत उत्पादक कंपनी है जिसकी संस्थापित क्षमता 44398 मेगावाट है. यह ताप (कोयला और गैस), सौर और जल विद्युत के क्षेत्र में विद्युत उत्पादन कर रही है. अपनी परिचालन तथा अनुरक्षण आवश्यकताओं के लिए विद्युत संयंत्र प्रति वर्ष लगभग 2000 करोड़ रुपये की सामग्री खरीदते हैं और लगभग 1600 करोड़ रुपये के कार्य का ठेका देते हैं.
परिचालनात्मक आवश्यकताओं के लिए अब तक प्रत्येक संयंत्र, अपने क्षेत्र में सामग्री और सेवा प्रदान करने वाले स्त्रोतों को अलग-अलग टेंडर नोटिस जारी कर प्रापण (खरीदारी) किया करते थे. इस प्रक्रिया में केवल संयंत्र की अवस्थिति वाले क्षेत्र के वेंडर और ठेकेदार ही टेंडर में भाग लिया करते थे जिससे सहभागिता सीमित हो जाती थी फलत: प्रतिस्पर्धा भी सीमित हो जाती थी. कभी-कभी प्रापण की लागत में काफी वृद्धि हो जाती है और मौजूदा प्रक्रिया में हमेशा कार्टेलाइजेशन की संभावना बनी रहती है. इससे कई बार खरीदारी करने में लंबा समय लग जाता है तथा खरीदारी के बारे में अनिश्चितता बनी रहती है. इन सभी कारकों से विद्युत संयंत्रों की संपत्ति-सूची लागत में वृद्धि हुई.
उपरोक्त सभी समस्याओं का समाधान करने के लिए एनटीपीसी ने अपनी नयी व्यापारिक पहल के अंतर्गत वेंडर आधार विस्तार करने तथा सभी विद्युत संयंत्रों में खरीदारी की प्रक्रिया एक समान बनाने का निर्णय लिया है. इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए एनटीपीसी, अखिल भारतीय स्तर पर सामग्री की खरीदारी और कार्य संबंधी ठेका देने के लिए वेंडरों और ठेकेदारों की सूची बनाने जा रही है. इस प्रक्रिया में एनटीपीसी विद्युत संयंत्रों के लिए आवश्यक सभी सामग्रियों और कार्यो से जुड़े प्रत्येक सक्षम वेंडरों को शामिल करना चाहती है ताकि कोई भी पात्र वेंडर एनटीपीसी की निविदा प्रक्रिया में शामिल होने से छूट न जायें.
इस प्रक्रिया के पूरा हो जाने पर एनटीपीसी के सभी विद्युत स्टेशनों के भावी टेंडरों के लिए टेंडर नोटिस केवल सूचीबद्ध एजेंसियों को भेजे जायेंगे. इसके परिणामस्वरूप केवल सूची में शामिल की गयी एजेंसियां ही एनटीपीसी की टेंडर प्रक्रिया में भाग ले सकेंगी और सूचीयन प्रक्रिया में शामिल नहीं होने वाली एजेंसियों को टेंडर प्रक्रिया में भाग लेने की अनुमति नहीं होगी.