..किसके कहने पर हुई थी फायरिंग

कोलकाता : कोलकाता नगर निगम के लिए बीते शनिवार को हुए मतदान के दिन गिरीश पार्क इलाके में दो गुटों के बीच हुई झड़प के दौरान सब-इंस्पेक्टर जगन्नाथ मंडल को लगी गोलीकांड में पुलिस कई प्रश्नों में उलझी हुई है. सब-इंस्पेक्टर पर गोली किसके कहने पर चलायी गयी तथा गोली चलाने का मूल मकसद क्या […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 22, 2015 7:35 AM
कोलकाता : कोलकाता नगर निगम के लिए बीते शनिवार को हुए मतदान के दिन गिरीश पार्क इलाके में दो गुटों के बीच हुई झड़प के दौरान सब-इंस्पेक्टर जगन्नाथ मंडल को लगी गोलीकांड में पुलिस कई प्रश्नों में उलझी हुई है. सब-इंस्पेक्टर पर गोली किसके कहने पर चलायी गयी तथा गोली चलाने का मूल मकसद क्या था?
जांच में इन प्रश्नों के जवाब ढूंढ़ने में ज्यादा तवज्जो दी जा रही है.पुलिस को अंदेशा है कि गोली भूलवश नहीं चलायी गयी, क्योंकि आरोपियों और पुलिस एसआइ के बीच कोई दूसरा नहीं था. गिरीश पार्क वाली घटना में गिरफ्तारी के दौरान इफ्तिकार के कब्जे से ही 7.2 एमएम की पिस्तौल व दो कारतूस बरामद की गयी थी. यानी घटना वाले दिन गोली भी उसके द्वारा चलाये जाने की संभावना पुलिस ने जतायी है . इफ्तिकार आलम पहले भी डकैती के एक मामले गिरफ्तार हो चुका था. पुलिस के मुताबिक विगत 2002 के फरवरी महीने में चितपुर इलाके में हुई डकैती के एक मामले में उसकी गिरफ्तारी हुई थी. वर्ष 2005 में उसकी रिहाई हुई थी.
पुलिस सूत्रों के अनुसार पूछताछ में इफ्तिकार सहित इस मामले में गिरफ्तार चारों आरोपियों ने गोपाल तिवारी से संबंध होने की बात बतायी है. कथित तौर पर उनका व्यावसायिक संबंध तिवारी के साथ था. वर्ष 2005 में हल्दीराम के मालिक प्रभु शंकर अग्रवाल द्वारा बड़ाबाजार में एक चाय दुकान चलाने वाले व्यक्ति के खिलाफ गोपाल तिवारी नामक शख्स को सुपारी देने का आरोप था. चाय दुकान के मालिक पर हुए जानलेवा हमले में वह बच गया.
यह मामला काफी दिनों तक सुर्खियों में रहा. गोपाल तिवारी की गिरफ्तारी हुई थी, जिसे बाद में जमानत मिल गयी. इधर गिरीश पार्क कांड के आरोपी मनोज माली और इफ्तिकार आलम के साथ तृणमूल नेता संजय बक्सी की तसवीर मिलने को लेकर सियासी हलचल तेज हो गयी है. हालांकि तृणमूल नेता ने इनके साथ किसी भी प्रकार का संबंध नहीं होने की बात कही है.
उपरोक्त बातों से इतना तो तय है कि गिरीश पार्क कांड के आरोपियों की पहचान कई सफेदपोश व बड़े लोगों के साथ थी.ऐसे में इस कांड में परदे के पीछे कौन-कौन लोग शामिल हैं. पुलिस आरोपियों और उन लोगों के तार जोड़ने की कोशिश कर रही है. साथ ही घटना वाले दिन बमबाजी के आरोपी की तलाश जारी है.

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