पुलिस को उम्मीद है कि तिवारी की गिरफ्तारी से घटना के बारे में अहम जानकारी मिल सकती है. पुलिस का कहना है कि पूछताछ में पता चला है कि गिरीश पार्क कांड में गिरफ्तार इफ्तिखार आलम सहित चार अन्य आरोपियों का व्यावसायिक संबंध गोपाल तिवारी के साथ था. इस कांड के आरोपियों व तिवारी के बीच की कड़ी जोड़ने के लिए पुलिस की गुप्तचर शाखा ने उसके ठिकाने पर छापेमारी की थी लेकिन वह नहीं मिला. उसकी तलाश जारी है. उधर, विपक्षी दलों की शिकायत है कि गोपाल तिवारी को बचाने के लिए पुलिस पर राजनीतिक दबाव डाला जा रहा है.
कहा जा रहा है कि सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के कई नेताओं से गोपाल तिवारी के संबंध रहे हैं. एक तसवीर भी सामने आयी है जिसमें गोपाल तिवारी एक कार्यक्रम में तृणमूल नेता संजय बक्शी, राज्य की मंत्री और नगर निगम चुनाव की उम्मीदवार शशि पांजा व तपन राय के साथ दिख रहा है. गौरतलब है कि 18 अप्रैल को नगर निगम चुनाव के दिन दो दलों में झड़प के दौरान सब-इंस्पेक्टर जगन्नाथ मंडल को गोली लग गयी. अभी उनका इलाज चल रहा है.