गिरीश पार्क कांड में गोपाल तिवारी की तलाश, लेकिन पुलिस पर राजनीतिक दबाव

कोलकाता: नगर निगम चुनाव के दौरान गिरीश पार्क इलाके के सिंघीबागान में सब-इंस्पेक्टर को गोली मारे जाने की घटना में अब तक छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस इस मामले में 2005 में बड़ाबाजार की एक घटना से चर्चा में आये गोपाल तिवारी को गिरफ्तार करना चाहती है. पुलिस को उम्मीद है कि […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 23, 2015 6:31 AM
कोलकाता: नगर निगम चुनाव के दौरान गिरीश पार्क इलाके के सिंघीबागान में सब-इंस्पेक्टर को गोली मारे जाने की घटना में अब तक छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस इस मामले में 2005 में बड़ाबाजार की एक घटना से चर्चा में आये गोपाल तिवारी को गिरफ्तार करना चाहती है.

पुलिस को उम्मीद है कि तिवारी की गिरफ्तारी से घटना के बारे में अहम जानकारी मिल सकती है. पुलिस का कहना है कि पूछताछ में पता चला है कि गिरीश पार्क कांड में गिरफ्तार इफ्तिखार आलम सहित चार अन्य आरोपियों का व्यावसायिक संबंध गोपाल तिवारी के साथ था. इस कांड के आरोपियों व तिवारी के बीच की कड़ी जोड़ने के लिए पुलिस की गुप्तचर शाखा ने उसके ठिकाने पर छापेमारी की थी लेकिन वह नहीं मिला. उसकी तलाश जारी है. उधर, विपक्षी दलों की शिकायत है कि गोपाल तिवारी को बचाने के लिए पुलिस पर राजनीतिक दबाव डाला जा रहा है.

कहा जा रहा है कि सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के कई नेताओं से गोपाल तिवारी के संबंध रहे हैं. एक तसवीर भी सामने आयी है जिसमें गोपाल तिवारी एक कार्यक्रम में तृणमूल नेता संजय बक्शी, राज्य की मंत्री और नगर निगम चुनाव की उम्मीदवार शशि पांजा व तपन राय के साथ दिख रहा है. गौरतलब है कि 18 अप्रैल को नगर निगम चुनाव के दिन दो दलों में झड़प के दौरान सब-इंस्पेक्टर जगन्नाथ मंडल को गोली लग गयी. अभी उनका इलाज चल रहा है.

गोपाल तिवारी की पत्नी ने किया बचाव : गोपाल तिवारी की पत्नी कामिनी तिवारी ने कहा है कि उसके पति को गिरीश पार्क मामले में फंसाने की कोशिश की जा रही है. कथित तौर पर घटना वाले दिन उसका पति (गोपाल तिवारी) जोड़ाबागान थाने में मौजूद था. उसके साथ पुरोहित व पप्पू भी थे. यदि किसी को विश्वास नहीं है तो वे थाने में लगे सीसीटीवी को खंगाल सकते हैं. उसने आरोप लगाया कि यह तृणमूल कांग्रेस के बीच गुटबाजी का नतीजा है कि उसके पति को मामले में फंसाने की कोशिश की जा रही है.
कौन है गोपाल तिवारी : गोपाल तिवारी वर्ष 2005 में बड़ाबाजार में फायरिंग की एक घटना के बाद चर्चा में आया. उस पर कई मामले दर्ज हैं. फिलहाल वह जमानत पर है.

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