कोलकाता :पश्चिम बंगाल के 91 नगर निकायों के लिए आज मतदान हो रहा है. मतदान के दौरान हिंसा की कई खबरें आयी हैं. बर्दवान के कटवा क्षेत्र से तृणमूल कांग्रेस के एक कार्यकर्ता की हत्या की खबर आयी है, हत्या का आरोप कांग्रेस समर्थकों पर लगा है. बांकुड़ा जिले के सोनामुखी इलाके से 16 जिंदा बम बरामद किये गये हैं.
चुनाव के दौरान पश्चिम बंगाल में हुई हिंसा पर बोलते हुए भाजपा नेता सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि लोकतंत्र में चुनाव नृत्य के समान है, लेकिन बंगाल में यह हिंसा का नृत्य बनकर रह गया है. उन्होंने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल की राजनीति में अपनी प्रासंगिता बनाये रखने के लिए ममता बनर्जी हर अलोकतांत्रिक काम करने को तैयार हैं और वह ऐसा कर रही हैं.वहीं भाजपा प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने कहा है कि बंगाल से जिस प्रकार के संकेत आ रहे हैं, वह यह साबित करते हैं ममता बनर्जी यह चुनाव किसी भी हाल में जीतने चाहती हैं. कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने बंगाल हिंसा पर कहा है कि हर सरकार का यह कर्तव्य है कि वह प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति बनाये रखे.
गौरतलब है कि बर्दवान जिले के कटवा बस स्टैंड के निकट एक मतदान केंद्र पर 30 वर्षीय इंद्रजीत सिंह को करीब से गोली मार दी गयी. उसकी घटनास्थल पर ही मौत हो गयी. जिला क्लेक्टर सौमित्र मोहन ने मौत की पुष्टि की है और चुनाव अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी है. इस बीच, तृणमूल कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि पार्टी समर्थक सिंह की उस समय गोली मार कर हत्या कर दी गयी जब उसने बूथ नंबर 14 पर एक गैंगस्टर को भीड़ एकत्र करने से रोकने की कोशिश की. पुलिस अधीक्षक कुणाल अग्रवाल ने बताया कि कटवा के कई वार्डों से बमबारी की खबरें मिली हैं और पुलिस इन दावों की पुष्टि कर रही है.
उत्तर 24 परगना जिले के टिटागढ़ में आंध्रा विद्यालय के वार्ड नंबर छह पर एक 55 वर्षीय व्यक्ति उस समय गोली लगने के कारण घायल हो गया जब वह लाइन में खड़ा था. पैर में गोली लगने के कारण घायल मतदाता पांचु सोनकर (55) को स्थानीय बीएन बोस अस्पताल ले जाया गया और अब उसकी हालत स्थिर है. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने घटना की पुष्टि की है लेकिन उन्होंने आरोपी के पहचान की पुष्टि नहीं की. वहीं टीटागढ़ में भी हिंसा की खबर है, जिसमें एक मतदाता घायल हो गया है.
बीते दिनों कोलकाता नगर निगम चुनाव के दौरान हुई धांधली व हिंसा के खिलाफ विरोधी दलों की मुहिम और राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी की नाराजगी को देखते हुए नगर निकाय चुनाव के दौरान सुरक्षा व्यवस्था के लिए केंद्रीय व सीमा सुरक्षा बल को मिला कर कुल 35 कंपनियां तैनात रहेंगी.
इनमें से 32 बीएसएफ कंपनियों को केंद्र सरकार ने शुक्रवार को तैनाती की मंजूरी दी. राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में बीएसएफ की कंपनियां हैं, वहां से ही सुरक्षा बल के जवानों को नगरपालिका चुनाव के दौरान तैनात किया जायेगा. तीन कंपनियां पहले से ही यहां मौजूद थीं.