कोलकाता : राज्य के 91 नगर निकाय के लिए हुए मतदान के दौरान हिंसा में एक व्यक्ति की मौत हो गयी, जबकि कई इलाकों में झड़पें हुईं. इनमें कई लोगों के घायल होने की सूचना है. राज्य चुनाव आयोग के अनुसार अपराह्न् दो बजे तक 61 फीसदी मतदान हुए थे. पुलिस के अनुसार बर्दवान जिले के कटवा बस स्टैंड के निकट एक मतदान केंद्र पर तृणमूल समर्थक इंद्रजीत सिंह (30) को करीब से गोली मार दी गयी.
बताया जाता है कि उसने 14 नंबर बूथ पर एक गैंगस्टर को भीड़ एकत्र करने से रोकने की कोशिश की थी. उत्तर 24 परगना के मध्यमग्राम में बम फटने से चार बच्चे घायल हो गये. उत्तर दमदम, टीटागढ़ व जगदल में गोली चलाने की घटना घटी. टीटागढ़ के सात नंबर वार्ड में पाचू सोनकर के पैर में गोली लगने से घायल हो गया. भाटपाड़ा के 16 नंबर वार्ड में झड़प में एक कांग्रेस समर्थक घायल हुआ.
उत्तर 24 परगना के बशीरहाट में स्थानीय मतदाताओं ने असामाजिक तत्वों द्वारा सामान्य चुनावी प्रक्रिया को रोकने के लिए किये जा रहे प्रयासों का विरोध किया. दक्षिण दमदम नगरपालिका के वार्ड नंबर 16 में एक ऐसा वीडियो फुटेज जारी की गयी है, जिसमें तृणमूल कांग्रेस के पोलिंग एजेंट मतदाताओं को तृणमूल कांग्रेस के प्रत्याशी को मत देने के निर्देश दे रहे हैं. तृणमूल कांग्रेस नेतृत्व ने आरोपों का खंडन किया है और कहा है कि बदनाम करने के लिए फुटेज से छेडछाड़ गयी है.
माकपा ने भी आरोप लगाया है कि बांकुड़ा जिले के सोनमुखी इलाके में तृणमूल कांग्रेस समर्थकों द्वारा मतदाताओं को डराया-धमकाया गया है. हालांकि तृणमूल कांग्रेस ने आरोपों का खंडन किया है. वहीं, हालीशहर नगरपालिका के 23 नंबर वार्ड में मतदान के दौरान भाजपा प्रत्याशी रविशंकर सिंह को निशाना बना कर अपराधियों ने बम फेंका.
राज्य के चुनाव आयुक्त एसआर उपाध्याय ने बताया ‘कड़ी सुरक्षा के बीच सुबह सात बजे से सुचारु तरीके से मतदान शुरू हुआ. शांतिपूर्ण मतदान सुनिश्चित करने के लिए राज्य बलों के साथ ही केंद्रीय बलों की 35 कंपनियां तैनात की गयी थीं. संवेदनशील मतदान केंद्रों में सूक्ष्म पर्यवेक्षकों के अलावा कुल मिलाकर 91 पर्यवेक्षकों और चार विशेष पर्यवेक्षकों को पूरी मतदान प्रक्रिया की सीधे तौर पर निगरानी करने के लिए नियुक्त किया गया है.
उन्होंने कहा कि करीब 74 लाख वोटर तथा कुल 7636 उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे. मतदान 8756 केंद्रों पर हुआ, जिनमें से 2318 को संवेदनशील और 2142 को अत्याधिक संवेदनशील घोषित किया गया था. उन्होंने बताया कि कुछ हिंसा की घटनाएं हुई हैं. हमें कई रिपोर्ट या शिकायतें मिली हैं. हम उपयुक्त अधिकारियों को कार्रवाई करने के लिए कह रहे हैं. जिला क्लेक्टर सौमित्र मोहन ने चुनाव अधिकारियों से घटना की रिपोर्ट मांगी है.