15 वर्ष में लगभग दोगुनी हो गयी तृणमूल की सीट

केएमसी कोलकाता. तृणमूल कांग्रेस की आंधी में उत्तर से लेकर दक्षिण तक सभी विरोधी दलों की बुनियाद तक हिल गयी. अपनी स्थापना के मात्र 18 वर्ष में इस पार्टी ने जो उडा़न भरी है, वह वाकई काबिले तारीफ है. कोलकाता नगर निगम में तो शासक दल ने न केवल लगातार दूसरी बार अपना कब्जा जमा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 28, 2015 6:03 PM

केएमसी कोलकाता. तृणमूल कांग्रेस की आंधी में उत्तर से लेकर दक्षिण तक सभी विरोधी दलों की बुनियाद तक हिल गयी. अपनी स्थापना के मात्र 18 वर्ष में इस पार्टी ने जो उडा़न भरी है, वह वाकई काबिले तारीफ है. कोलकाता नगर निगम में तो शासक दल ने न केवल लगातार दूसरी बार अपना कब्जा जमा लिया है, बल्कि अगर पिछले 15 वर्षों का हिसाब-किताब देखा जाये, तो 2000 से लेकर इस चुनाव तक तृणमूल की सीटों की तादाद लगभग दोगुनी हो गयी है. वर्ष 2000 में तृणमूल ने 61 सीटें जीती थीं, जबकि इस बार पार्टी ने 114 सीटों पर जीत हासिल की है. भाजपा ने भी इन 15 वर्ष में अपने सीटों की संख्या दोगुनी से अधिक कर ली है, जबकि वाम मोरचा और कांग्रेस की शक्ति में बेहद कमी आयी है. पिछले चार चुनाव परिणाम के सीटों के आंकड़े इस प्रकार हैं. दल 2000 2005 2010 2015तृणमूल 61 42 95 114वाम मोरचा 61 75 33 16कांग्रेस 16 20 10 05भाजपा 01 03 03 07 निर्दल 03 01 00 02

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