तृणमूल को रोकने के लिए वृहत्तर लोकतांत्रिक गठबंधन का आह्वान

कोलकाता. नवगठित भारतीय न्यायविचार पार्टी ने तृणमूल कांग्रेस को रोकने के लिए एक वृहत्तर लोकतांत्रिक गंठबंधन का आह्वान किया है. पार्टी के अध्यक्ष अब्दुर रज्जाक मोल्ला ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि नगरपालिका चुनाव ने यह साबित कर दिया है कि किसी एक दल अथवा दो दलों के किसी गंठबंधन में तृणमूल को रोकने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 29, 2015 8:05 PM

कोलकाता. नवगठित भारतीय न्यायविचार पार्टी ने तृणमूल कांग्रेस को रोकने के लिए एक वृहत्तर लोकतांत्रिक गंठबंधन का आह्वान किया है. पार्टी के अध्यक्ष अब्दुर रज्जाक मोल्ला ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि नगरपालिका चुनाव ने यह साबित कर दिया है कि किसी एक दल अथवा दो दलों के किसी गंठबंधन में तृणमूल को रोकने की क्षमता नहीं है. यह एक बड़ी लड़ाई है. 2016 में राज्य को तृणमूल के कुशासन से मुक्त करने के लिए एक व्यपाक गंठबंधन की जरूरत है, जिसमें शामिल होने के लिए वह सभी लोकतांत्रिक दलों से आह्वान कर रहे हैं. श्री मोल्ला ने कहा कि चूंकि भाजपा एक लोकतांत्रिक व धर्मनिरपेक्ष दल नहीं है, इसलिए इस गंठबंधन में भाजपा के लिए कोई जगह नहीं होगी. कांग्रेस व वामपंथी दल इस गंठबंधन का हिस्सा हो सकते हैं. इसके लिए वे सभी दलों को पत्र लिखेंगे और नेताओं से व्यक्तिगत रूप से भी भेंट करने की उनकी योजना है. श्री मोल्ला ने कहा कि लोकतंत्र को बचाना जरूरी है. लोकतंत्र की रक्षा के लिए वह कुछ भी करने के लिए तैयार हैं. कुछ दलों के साथ उनकी बातचीत शुरू भी हो गयी है. श्री मोल्ला ने बताया कि 30 अप्रैल की हड़ताल को उनकी पार्टी का पूरा समर्थन है. जरूरत पड़ने पर वह अपने कार्यकर्ताओं के साथ रास्ते पर उतर कर भी हड़ताल का समर्थन करेंगे.

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