अब सरकारी अस्पतालों में इंसुलिन भी रियायती दर पर उपलब्ध:चंद्रिमा

कोलकाता: राज्य सरकार सरकारी अस्पतालों के रियायती दाम वाले दवाखानों में अब रियायती दर पर इंसुलिन भी उपलब्ध करायेगी. एक कार्यक्रम में स्वास्थ्य राज्य मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य ने यह जानकारी दी. कोलकाता डायबिटीक एंड एंडोक्रिनोलोजी फोरम के राष्ट्रीय सम्मेलन का उदघाटन करने पहुंची स्वास्थ्य राज्य मंत्री ने कहा कि देश के अन्य हिस्सों की तरह […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 2, 2015 8:05 PM

कोलकाता: राज्य सरकार सरकारी अस्पतालों के रियायती दाम वाले दवाखानों में अब रियायती दर पर इंसुलिन भी उपलब्ध करायेगी. एक कार्यक्रम में स्वास्थ्य राज्य मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य ने यह जानकारी दी. कोलकाता डायबिटीक एंड एंडोक्रिनोलोजी फोरम के राष्ट्रीय सम्मेलन का उदघाटन करने पहुंची स्वास्थ्य राज्य मंत्री ने कहा कि देश के अन्य हिस्सों की तरह बंगाल में भी डायबिटीज का रोग तेजी से बढ़ रहा है. 2020 तक भारत डायबिटीज की राजधानी बन जायेगा. बच्चे भी बड़ी संख्या में इस रोग का शिकार हो रहे हैं. इसलिए हमें इसकी रोकथाम की शुरुआत बच्चों से ही करनी होगी. इसकी रोकथाम के लिए सरकार के साथ सामाजिक व स्वयंसेवी संगठनों को भी आगे आना होगा. इस दिशा में कोलकाता डायबिटीक एंड एंडोक्रिनोलोजी फोरम बेहद सराहनीय काम कर रहा है. श्रीमती भट्टाचार्य ने बताया कि हमारा स्कूल हेल्थ प्रोग्राम काफी अच्छी तरह से चल रहा है. डायबिटीज के सटिक इलाज के लिए कई सरकारी अस्पतालों में एंडोक्रिनोलोजी विभाग चालू किया गया है. उधर कोलकाता डायबिटीक एंड एंडोक्रिनोलोजी फोरम ने छात्रों, शिक्षकों व उनके अभिभावकों को डायबिटीज की रोकथाम के प्रति जागरूक करने के लिए एक प्रोजेक्ट किड्स नामक एक परियोजना शुरू की. जिसके तहत लगभग 50 स्कूल के छात्रों, शिक्षकों व अभिभावकों को डायबिटीज के खतरे एवं उसके रोकथाम के तरीके से अवगत कराया गया. इस अवसर पर फोरम के अध्यक्ष डा. तीर्थंकर चौधरी, डा. सुकुमार मुखर्जी, डा. अपूर्व मुखजी इत्यादि उपस्थित थे. डा. चौधरी ने कहा कि डायबिटीज की रोकथाम के लिए जागरूकता सबसे जरूरी है. जिसमें सभी वर्ग को शामिल होने की जरूरत है. हम इसकी शुरुआत बच्चों से कर रहे हैं.

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