लेकिन मोदी सरकार छह फीसदी बढ़ाने के बजाये, प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रुप से 99 फीसदी कटौती कर रही है. राज्य के विकास में केंद्र की भी काफी महत्वपूर्ण भूमिका होती है. बिना केंद्र के सहयोग से राज्य का चहुंमुखी विकास संभव नहीं है. उन्होंने छिंटमहल जैसे मुद्दों को भी सुलझाने के लिए केंद्र हस्तक्षेप की बात कही. ममता ने कहा कि केंद्र के सहयोग के बिना पूरे बंगाल, खास कर उत्तर बंगाल का जो विकास हुआ है इससे पहले कभी नहीं हुआ. अभी और भी विकास कार्य बाकी है, कुछ अधूरे हैं. जल्द ही सभी विकास परियोजनाओं पर अमलीजामा पहना दिया जायेगा.
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नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगी ममता, पीएम के सामने रखेंगी मांगें
कोलकाता/ जलपाईगुड़ी: मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को कहा कि शनिवार से प्रधानमंत्री के राज्य के दौरे में वह उनसे मुलाकात करेंगी और राज्य के विकास के सिलसिले में उन्हें ज्ञापन सौंपेंगी. ममता ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘प्रधानमंत्री से मुलाकात करना और राज्य के विकास के लिए ज्ञापन सौंपना सरकार का शिष्टाचार है.’ मुख्यमंत्री […]
कोलकाता/ जलपाईगुड़ी: मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को कहा कि शनिवार से प्रधानमंत्री के राज्य के दौरे में वह उनसे मुलाकात करेंगी और राज्य के विकास के सिलसिले में उन्हें ज्ञापन सौंपेंगी.
ममता ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘प्रधानमंत्री से मुलाकात करना और राज्य के विकास के लिए ज्ञापन सौंपना सरकार का शिष्टाचार है.’ मुख्यमंत्री ने कहा, ‘कुछ योजनाओं में धन रोक दिया गया है. मुङो धन रोकने के कारणों के बारे में बात करनी होगी. मुङो बात करनी होगी कि जंगलमहल (दक्षिण बंगाल का आदिवासी क्षेत्र) के लिए धन क्यों रोका गया.’ प्रधानमंत्री नौ मई से दो दिवसीय पश्चिम बंगाल यात्रा पर पहुंच रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘हम सामाजिक क्षेत्र के सभी कार्यक्रमों को नहीं रोक सकते क्योंकि सामाजिक क्षेत्र समाज की रीढ़ है.
गरीबों की सहायता करना हमारी जिम्मेदारी है. हम अपनी सामाजिक प्रतिबद्धताओं को पूरा करेंगे.’ उन्होंने कहा, ‘केंद्र ने सर्वशिक्षा अभियान, 100 दिनों के कार्य के लिए धन देना बंद कर दिया है. जबकि ये सभी विकास कार्य अब भी चल रहे हैं.’ राज्य सचिवालय सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री के साथ मुख्यमंत्री दो कार्यक्रमों में मंच साझा करेंगी. प्रधानमंत्री नौ मई को शाम 5.05 बजे महानगर पहुंचेंगे. इसके बाद वह एयरपोर्ट से सीधे नजरुल मंच जायेंगे और वहां केंद्र सरकार की तीन योजनाओं को लांच करेंगे. मुख्यमंत्री भी वहां उपस्थित रहेंगी. नजरुल मंच से प्रधानमंत्री शिशु मंगल हॉस्पिटल जायेंगे, जहां बेलूर मठ के अध्यक्ष स्वामी आत्मस्थानंद महाराज भरती हैं. वहां से प्रधानमंत्री सीधे राजभवन पहुंचेंगे, जहां वह भाजपा के प्रदेश नेताओं से मिलेंगे. 10 मई की सुबह आठ बजे वह बेलूर मठ का परिदर्शन करने जायेंगे और वहां से हेलीकैप्टर द्वारा आसनसोल के बर्नपुर में इस्को के नवीनीकृत प्लांट का उदघाटन करने जायेंगे. उनके साथ इस मंच पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी रहेंगी. इसी बीच, मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री से एकांत में बैठक करने के लिए समय मांगा है. अब यह बैठक कहां होगी, फिलहाल इस संबंध में कुछ स्पष्ट नहीं हो पाया है.
वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे के पहले तृणमूल कांग्रेस के भी सुर नरम हो गये हैं. जीएसटी का विरोध करनेवाली तृणमूल कांग्रेस ने यू टर्न ले लिया है. संसद में जीएसटी विधेयक पेश होने के पहले ही तृणमूल कांग्रेस ने इसका समर्थन कर दिया है. इसके साथ ही केंद्र सरकार की कोयला संबंधी विधेयक व बीमा विधेयक को भी तृणमूल कांग्रेस समर्थन दे चुकी है. अब प्रधानमंत्री भी मुख्यमंत्री से मिल कर केंद्र सरकार की जमीन अधिग्रहण बिल के लिए समर्थन मांग सकते हैं, इसलिए पीएम व सीएम की यह बैठक काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है.
बंगाल से सौतेला व्यवहार का आरोप
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने विकास के मुद्दे पर केंद्र की मोदी सरकार पर राज्य के साथ सौतेला व्यवहार व पक्षपात करने का आरोप लगाया है. ममता ने मोदी पर यह आरोप मंगलवार को सिलीगुड़ी में मीडिया के सामने लगाया. वह आज सिलीगुड़ी के फूलबाड़ी-कामरांगागुड़ी स्थित मिनी सचिवालय उत्तर कन्या में उत्तर बंगाल के विकास को लेकर सातों जिलों के सभी स्तर के अधिकारियों के साथ एक अति महत्वपूर्ण प्रशासनिक समीक्षा बैठक की. कई घंटों की बैठक के बाद मीडिया से मुखातिब होते हुए उन्होंने कहा कि केंद्रीय बजट सत्र के दौरान मोदी सरकार ने राज्यों को कें द्र से मिलनेवाले विभिन्न बजट फंड में 42 फीसदी में छह फीसदी इजाफा किये जाने का एलान किया था.
मीडिया के एक सवाल के जवाब में उन्होंने सिलीगुड़ी नगर निगम में बोर्ड गठन के मुद्दे पर कोई भी टिप्पणी करने से साफ इनकार कर दिया. ममता ने केवल इतना कहा कि वह आज सरकार की समीक्षा बैठक के लिए प्रेस-वार्ता की हैं न कि पार्टी की समीक्षा बैठक. ममता की समीक्षा बैठक में उत्तर बंगाल के सभी सातों जिलों से डीएमओ से लेकर बीडीओ स्तर के अधिकारी शामिल हुए. इनके अलावा पुलिस आलाधिक ारी भी काफी तादाद में मौजूद रहें. यहां से ममता आज ही तीन बजे हवाई मार्ग से कोलकाता लौट गयीं.
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