मालदा कॉलेज में परीक्षा में नकल पर नहीं लगी है नकेल, 50 से अधिक परीक्षार्थी निष्कासित

मालदा: मालदा कॉलेज में बीए, बीएससी तथा बी-कॉम पार्ट-वन की परीक्षा में बड़े पैमाने पर नकल किये जाने का मामला सामने आया है. बृहस्पतिवार से यहां इस परीक्षा की शुरूआत हुई है. आरोप है कि तमाम दावों के बाद भी कॉलेज में बड़े पैमाने पर नकल जारी है. हालांकि परीक्षा के पहले दिन नकल के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 10, 2015 7:14 AM

मालदा: मालदा कॉलेज में बीए, बीएससी तथा बी-कॉम पार्ट-वन की परीक्षा में बड़े पैमाने पर नकल किये जाने का मामला सामने आया है. बृहस्पतिवार से यहां इस परीक्षा की शुरूआत हुई है. आरोप है कि तमाम दावों के बाद भी कॉलेज में बड़े पैमाने पर नकल जारी है. हालांकि परीक्षा के पहले दिन नकल के आरोप में पांच परीक्षार्थियों को निष्कासित कर दिया गया था.

उसके अगले दिन शुक्रवार को भी करीब 50 से भी अधिक परीक्षार्थी निष्कासित किये गये हैं, लेकिन नकल रोक पाना संभव नहीं हो सका है. मालदा कॉलेज के कुछ शिक्षकों ने गौड़बंग विश्वविद्यालय पर परीक्षा के नाम पर मजाक करने का आरोप लगाया है. इन लोगों का कहना है कि कॉलेज के 13 कमरे में 2692 परीक्षार्थी परीक्षा दे रहे हैं. एक-एक बेंच पर पांच-पांच परीक्षार्थियों को बैठकर परीक्षा देनी पड़ रही है. स्वाभाविक तौर पर इससे नकल को बढ़ावा मिल रहा है. छात्र तथा छात्राओं के लिए अलग से बैठने की कोई व्यवस्था नहीं है. 7 मई से परीक्षा की शुरूआत हुई है. 19 मई तक परीक्षा चलने कार्यक्रम है.

मालदा कॉलेज प्रबंधन का कहना है कि इतने अधिक परीक्षार्थियों की बैठने की व्यवस्था कॉलेज में नहीं है. इसी वजह से परीक्षा लेने में परेशानी हो रही है. कॉलेज प्रबंधन ने दावा किया है कि गौड़बंग विश्वविद्यालय को इस बात की जानकारी दे दी गई थी. उसके बाद भी किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की गई. परीक्षा कमेटी के चेयरमैन तथा मालदा टीचर्स काउंसिल के सचिव ध्रीती शंकर मंडल ने बताया है कि मालदा कॉलेज में इतने अधिक परीक्षार्थियों की परीक्षा एक साथ लेने की व्यवस्था नहीं है. 2700 से भी अधिक परीक्षार्थी परीक्षा दे रहे हैं. इतने परीक्षार्थियों की बैठने की व्यवस्था करने में कॉलेज प्रबंधन का पसीना छूट रहा है. नकल के आरोप में दो दिन में कई परीक्षार्थी निष्कासित किये गये हैं. मालदा कॉलेज के अध्यक्ष तपन कुमार मंडल ने कहा है कि कॉलेज के वर्तमान अध्यक्ष असीम कुमार सरकार छुट्टी पर हैं. इसलिए वह कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में काम कर रहे हैं. उन्होंने माना कि परीक्षार्थियों की संख्या अधिक होने के कारण परेशानी बढ़ी है. उन्होंने कहा कि इस बार कालियाचक कॉलेज, गौड़ कॉलेज एवं महिला कॉलेज के पार्ट-वन के विद्यार्थी मालदा कॉलेज में परीक्षा दे रहे हैं. तीन कॉलेजों के परीक्षार्थियों का दवाब एक कॉलेज पर पड़ा है. इस बीच, इस कॉलेज के हर कमरे में ही परीक्षार्थियों को एक तरह से ठूंस-ठूंस कर परीक्षा देने के लिए बैठाया गया है. इसी वजह से सभी लोग सामूहिक रूप से नकल कर रहे हैं. इतने परीक्षार्थियों पर नजर रखने के लिए शिक्षकों की भी भारी कमी है.

क्या कहते हैं परीक्षा नियंत्रक

गौड़बंग विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक सनातन दास का कहना है कि मालदा जिले में 15 हजार से अधिक परीक्षार्थी पार्ट-वन की परीक्षा दे रहे हैं. जिले में मालदा कॉलेज, महिला कॉलेज, गौड़ कॉलेज एवं गौड़बंग विश्वविद्यालय कैम्पस सहित चार परीक्षा केन्द्र बनाये गये हैं. इनमें मालदा कॉलेज में नकल किये जाने का मामला सामने आया है. वह पूरे मामले पर नजर बनाये हुए हैं.

नहीं दी सही जानकारी

गौड़बंग विश्वविद्यालय की ओर से गोपाल चन्द्र मिश्र ने इस पूरे मामले के लिए मालदा कॉलेज प्रबंधन को जिम्मेदार ठहराया है. उनका कहना है कि मालदा कॉलेज में इतने परीक्षार्थियों के परीक्षा देने की व्यवस्था नहीं होने की जानकारी विश्वविद्यालय को नहीं दी गई. मालदा कॉलेज प्रबंधन को पहले ही इस बात की जानकारी विश्वविद्यालय को देनी चाहिए थी. ऐसे में सुचारू रूप से परीक्षा का संचालन संभव नहीं है. नकल को रोकने के लिए ही पिछले वर्ष से होम सेंटर की व्यवस्था खत्म कर दी गई है. हालांकि उन्होंने कहा है कि इस पूरे मामले की वह जांच कर रहे हैं.

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