लालबाजार में किन्नरों का कोहराम
कोलकाता: दिन मंगलवार, रात तकरीबन नौ बजे, जगह लालबाजार का स्नैचिंग विभाग. तीन किन्नरों को पकड़ कर पुलिस लालबाजार के डीडी बिल्डिंग लायी. उन्हें स्नैचिंग विभाग में ले जाया गया, लेकिन वहां पहुंचते ही तीनों किन्नरों ने शोर-शराबा मचाना शुरू कर दिया. दोनों हाथों से ताली मार कर तीनों किन्नर अधिकारियों को अपनी भाषा में […]
कोलकाता: दिन मंगलवार, रात तकरीबन नौ बजे, जगह लालबाजार का स्नैचिंग विभाग. तीन किन्नरों को पकड़ कर पुलिस लालबाजार के डीडी बिल्डिंग लायी. उन्हें स्नैचिंग विभाग में ले जाया गया, लेकिन वहां पहुंचते ही तीनों किन्नरों ने शोर-शराबा मचाना शुरू कर दिया.
दोनों हाथों से ताली मार कर तीनों किन्नर अधिकारियों को अपनी भाषा में अभद्र अपशब्द कह रहे थे. रिहाई की मांग पर उसमें से एक किन्नर ने तो अचानक अधिकारियों के सामने दीवार पर सिर पटकना शुरू कर दिया. सभी सिर फोड़ कर आत्महत्या की धमकियां दे रहे थे. एक ने तो खुद का सिर फोड़ कर खुद को हल्का जख्मी भी कर लिया था.
उसकी स्थिति देख कर अधिकारियों को कुछ भी समझ नहीं आ रहा था, कि आखिर वे करें तो क्या. स्नैचिंग विभाग के एक कर्मी ने बताया कि, लालबाजार के सेंट्रल लॉकअप में किन्नरों को रखने के लिए कोई अलग लॉकअप मौजूद नहीं है. उन्हें पुरूष के साथ उनके लॉकअप में भी रख नहीं सकते. ऐसा करने पर पाबंदी लगी है. इसी बाध्यता के कारण सारी रात उन तीन किन्नरों को स्नैचिंग विभाग में ही रखना पड़ा. कर्मियों की माने तो पूरी रात में जिस तरह वे आत्महत्या करने की धमकी दे रहे थे, ऐसे हालत में उन्हें सही सलामत अदालत में पहुंचाना उनकी पहली प्राथमिकता बन गयी थी. उन्हें समझा बुझा कर, मनचाहे खाद्य वस्तुओं को खिला कर सारी रात किसी तरह बितायी गयी.
मामले में संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) पल्लव कांति घोष ने बताया कि लालबाजार में किन्नरों के लिए अलग लॉकअप नहीं होने के कारण अगले दिन अदालत में पेश करने पर उनके लिए पुलिस हिरासत की जगह जेल हिरासत की मांग की गयी. पुलिस के आवेदन को मानते हुए माननीय अदालत ने तीनों किन्नरों को 20 मई तक जेल हिरासत में भेज दिया.
क्या था मामला
श्री घोष ने बताया कि गरियाहाट के एक बार से टैक्सी में घर लौटते समय गत दो मई की रात अभीक बनर्जी नामक एक बैंक कर्मी को तीन महिलाओं ने बागुइहाटी में ड्रॉप कर देने का आवेदन किया. उन पर रहम खा कर अभीक ने उन महिलाओं को टैक्सी में बिठा लिया था.
बाद में उसे तीनों महिलाओं के किन्नर होने की भनक लगी, इतने में टैक्सी में कुछ दूर जाते ही तीनों ने अभीक के हाथों से 38 ग्राम का सोने का ब्रेसलेट और गले से 34 ग्राम का सोने का चेन लेकर फरार हो गये. इस मामले में छानबीन करते हुए टैक्सी चालक की मदद से पुलिस ने सोनागाछी इलाके से लाडो सिंह (19) को, जोड़ाबागान से बॉबी देबनाथ (27) को और कसबा से पापाई बोस (24) को हथियारों के साथ दबोचा. उनमें बॉबी और पापाई ने जेवरातों की खरीदारी की थी. जबकि उस समय टैक्सी में लाडो व उसके दो अन्य साथी मौजूद थी.
पुलिस लाडो के बाकी दो साथियों की तलाश कर रही है. उनके पास से चोरी का सारा सामान जब्त कर लिया गया है. पुलिस की माने तो अभीक ने न्यू अलीपुर थाने में पहले अपनी शिकायत में कहा था कि दो बाइक आरोहियों ने हथियार दिखा कर उनसे छिनताई की थी, लेकिन बाद में पुलिस की पूछताछ में उसने असली घटना बतायी. अभीक किन्नरों द्वारा लुटे जाने की बात पुलिस को बताने में हिचक महसूस कर रहा था.