छत्रधर सहित छह को आजीवन कारावास की सजा

कोलकाता. लालगढ़ मामले में मेदिनीपुर जिला अदालत ने मंगलवार को माओवादी नेता छत्रधर महतो सहित छह लोगों को आजीवन कारावास की सजा सुनायी. छत्रधर महतो, शांतनु सोरेन, सुखशांति बास्के तथा शोभन मुर्मू को यूएपीए (अनलॉफुल एक्टिविटिज प्रिवेंशन एक्ट) और देशद्रोह के तहत तथा राजा सरखेल और प्रसून चटर्जी को देशद्रोह के तहत आजीवन कारावास की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 12, 2015 7:04 PM

कोलकाता. लालगढ़ मामले में मेदिनीपुर जिला अदालत ने मंगलवार को माओवादी नेता छत्रधर महतो सहित छह लोगों को आजीवन कारावास की सजा सुनायी. छत्रधर महतो, शांतनु सोरेन, सुखशांति बास्के तथा शोभन मुर्मू को यूएपीए (अनलॉफुल एक्टिविटिज प्रिवेंशन एक्ट) और देशद्रोह के तहत तथा राजा सरखेल और प्रसून चटर्जी को देशद्रोह के तहत आजीवन कारावास की सजा सुनायी गयी. मेदिनीपुर जिला अदालत की अतिरिक्त जज कावेरी बसु ने चारों को सोमवार को दोषी करार दिया था. मंगलवार को अदालत ने सजा की घोषणा की. चारों पश्चिम बंगाल के लालगढ़ में 2008 से 2011 तक माओवादी गतिविधियों में शामिल थे. यूएपीए के तहत सजा सुनाने का राज्य का यह पहला मामला है. उल्लेखनीय है कि सितंबर, 2009 को महाष्टमी के दिन वीरकार गांव से कोलकाता पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने पुलिस अत्याचार विरोधी जनसाधारण कमेटी के नेता छत्रधर महतो को गिरफ्तार किया था. छत्रधर महतो के खिलाफ सरकारी काम में बाधा देने, सरकार के विरुद्ध षड्यंत्र रचने, लोगों को सरकार के खिलाफ भड़काने सहित कई मामले दर्ज हैं. पिछले पांच साल से वह जेल में हैं. छत्रधर महतो के परिवार के सदस्यों ने अदालत के फैसले के खिलाफ उच्च अदालत में अपील करने का निर्णय किया है.

Next Article

Exit mobile version