जूट मिलों की समस्या समाधान को लेकर हुई बैठक

सरकार ने जूट मिल मालिकों के साथ की बैठकमंगलवार को फिर बुलायी बैठकचावल की पैकेजिंग जूट बैग में करने के लिए बनेगी नीतिकोलकाता. जूट मिलों की समस्या के समाधान के लिए गुरुवार को वित्त मंत्री डॉ अमित मित्रा के नेतृत्व में जूट मिल मालिकों की बैठक हुई. बैठक में पंचायत मंत्री व तृणमूल इंटक के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 14, 2015 9:03 PM

सरकार ने जूट मिल मालिकों के साथ की बैठकमंगलवार को फिर बुलायी बैठकचावल की पैकेजिंग जूट बैग में करने के लिए बनेगी नीतिकोलकाता. जूट मिलों की समस्या के समाधान के लिए गुरुवार को वित्त मंत्री डॉ अमित मित्रा के नेतृत्व में जूट मिल मालिकों की बैठक हुई. बैठक में पंचायत मंत्री व तृणमूल इंटक के अध्यक्ष सुब्रत मुखर्जी, कृषि मंत्री पुर्णेंदु बसु व श्रम मंत्री मलय घटक के साथ इज्मा के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे. बैठक में राज्य सरकार द्वारा चावल की पैकेजिंग जूट के बोरों में करने संबंधी प्रस्ताव दिया गया है. इसके लिए अगले मंगलवार को फिर से बैठक बुलायी है. उस बैठक में इस संबंध में नीति बनायी जायेगी. इसके साथ ही तृणमूल इंटक के अध्यक्ष व पंचायत मंत्री को यह दायित्व दिया गया कि सभी जूट मिलों में तृणमूल की एक ही यूनियन हो, ताकि विवाद पैदा नहीं हो. बैठक के बाद इज्मा के चेयरमैन राघवेंद्र गुप्ता ने बताया कि दो माह लगभग 17 जूट मिलें बंद हो गयी हैं. जूट मिलों की समस्या के समाधान के लिए राज्य सरकार ने कदम उठाया है और इस बाबत बैठक में चर्चा हुई. उत्पादन व उत्पादकता को जोड़ने की बात कही गयी. इसके साथ ही जूट मिलों में कानून व्यवस्था की स्थिति की ओर भी सरकार का ध्यान आकर्षित किया गया. उन्होंने बताया कि सरकार को जूट मिलों की समस्या के समाधान के लिए सक्रिय रूप से कदम उठाना होगा. राज्य सरकार इसकी कोशिश भी कर रही है. उधर, जूट मिल मालिकों ने राज्य सरकार से जूट मिलों के लिए एक नीति बनाने की मांग की.

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