मछली लूटने के मामले ने पकड़ा तूल

मालदा : मानिकचक के एक मत्स्य सहकारिता समिति के सदस्य पर हाथ उठाने व महिलाओं के साथ बदतमिजी के आरोप में मानिकचक थाना के अफसर ईनचार्ज (ओसी)के खिलाफ मालदा जिला अदालत ने जांच के निर्देश दिये हैं. अदालत सूत्रों के अनुसार, मानिकचक के भूतनी निवासी सुधीर मंडल ने मालदा जिला अदालत मे ओसी के खिलाफ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 15, 2015 7:22 AM

मालदा : मानिकचक के एक मत्स्य सहकारिता समिति के सदस्य पर हाथ उठाने व महिलाओं के साथ बदतमिजी के आरोप में मानिकचक थाना के अफसर ईनचार्ज (ओसी)के खिलाफ मालदा जिला अदालत ने जांच के निर्देश दिये हैं. अदालत सूत्रों के अनुसार, मानिकचक के भूतनी निवासी सुधीर मंडल ने मालदा जिला अदालत मे ओसी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था. ओसी समेत आठ लोगों के खिलाफ गवाही लेने की प्रक्रिया शुरू हो गयी है. आज सुधीर मंडल की ओर से अधिवक्ता अरविंद मुखोपाध्याय व दिलीप ने घोष ओसी से सवाल- किये.

अधिवक्ता अरविंद मुखोपाध्याय ने बताया कि सीजेएम प्रदीप कुमार के अदालत में हमने ओसी समेत आठ लोगों के खिलाफ जांच की मांग की थी. न्यायाधीश ने जांच का आवेदन स्वीकार कर लिया और गवाही की प्रक्रिया शुरू करने का निर्देश दिया है. दूसरी तरफ मानिकचक थाना के ओसी पुर्णेदू मुखर्जी ने बताया कि उन पर लगे सभी आरोप बेबुनियाद हैं. उन्होंने मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है. उन्होंने बताया कि अगर आरोप झूठ साबित हुआ तो शिकायतकर्ता के खिलाफ भी कार्रवाई करनी होगी. उल्लेखनीय है कि भूतनी के एक तालाब पर कब्जे को लेकर दो गुटों के बीच विवाद हुआ था. विवाद सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस के दो गुटों के बीच ही हुआ था. जबकि तृणमूल के स्थानीय जिला परिषद के सदस्य गौड़ मंडल ने बताया कि इस मामले में तृणमूल की गुटबाजी नहीं है. पुलिस निष्पक्ष भूमिका पालन करे.

उल्लेखनीय है कि मानिकचक के पुलिनटोला गांव स्थित शिवनारायणपुर मत्स्यजीवी समिति द्वारा बीते एक साल से एक तालाब लीज पर लेकर मछली पालन का काम किया जा रहा है. आठ मई को 10 से 15 सशस्त्र बदमाश आये और तालाब से मछलियां पकड़ने लगे. विरोध करने पर उनलोगों ने महिलाओं के साथ र्दुव्‍यवहार किया व उनके साथ हाथापाई की. उसकी पत्नी के साथ उनलोगों ने छेड़छाड़ भी की.उनलोगों ने तालाब से करीब 45 हजार रुपये की मछलियां लूट ली.

पुलिस को इस बारे में शिकायत की गयी. मानिकचक थाना के ओसी पूर्णेदु मुखर्जी ने दोनों पक्षों को आपस में बातचीत कर मामले को सुलझा लेने की बात कही थी. सिर्फ यही नहीं आरोप है कि घटना के दिन मामले को सुलझाने के लिए ओसी खुद बदमाशो को साथ में लेकर गांव पहुंचे थे. पुलिस के सामने ही वे लोग मामला वापस लेने की धमकी दे रहे थे. सुधीर मंडल ने कहा कि इस मामले में पुलिस अधीक्षक ने भी उनलोगों की मदद नहीं की. बाध्य होकर अदालत में मुकदमा दर्ज कराना पड़ा.

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